बीमार हाथी की हालत नहीं सुधरी, तैमोर पिंगला भेजने की तैयारी

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डॉक्टरों की टीम को नहीं मिल पा रही सफलता
कोरबा@M4S: बीमार हाथी की सेहत सुधारने में विभाग नाकाम साबित हो रहा है। डॉक्टरों की टीम भी पूरी ताकत झोंकने के बाद भी सफल नहीं हो रही है। जिसे जल्द ही तैमोर पिंगला भेजे जाने की कवायद की जा रही है।
वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में पिछले 20 दिनों से गंभीर रूप से बीमार अर्द्ध वयस्क हाथी की हालत जस की तस बनी हुई है। वह काफी उपचार के बाद भी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने मौके पर पहुंचकर हाथी का हालचाल जाना और उसकी प्राण रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किये जाने का निर्देश दिया। ज्ञात रहे 14 जून को यह अर्द्ध वयस्क हाथी कुदमुरा रेंज के कठराडेरा ग्राम में एक किसान के घर में घुस गया था और आंगन में गिरकर बेहोश हो गया था। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला डीएफओ गुरुनाथन एन एवं एसडीओ आशीष खेलवार के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा। हाथी को उसके पैरों पर खड़ा करने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। हाथी के बीमार होने का अंदेशा होने पर कोरबा जिला मुख्यालय से पशु चिकित्सकों को जांच के लिए बुलाया गया। साथ ही गोडमर्रा हाथी अभ्यारण्य रायगढ़ से भी चिकित्सक बुलाए गए। परीक्षण में हाथी को तेज बुखार होना पाया गया। हाथी का उपचार कर रहे डॉ. खूंटे और डॉ. कंवर ने बताया कि हाथी को 101 डिग्री बुखार था जिसकी वजह से वह कमजोर होकर गिर गया था और बेहोश हो गया था। जांच के बाद हाथी का उपचार शुरू किया गया, जो लगातार जारी है। इस बीच रायपुर, बिलासपुर, दिल्ली और बंगलौर से भी विशेषज्ञ चिकित्सक बुलाए गए। उन्होंने हाथी के चिकित्सा के लिए दवाईयां निर्धारित की है और आवश्यक निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों के बताए अनुसार हाथी का उपचार किया जा रहा है। हाथी की हालत पूर्व की अपेक्षा थोड़ी बेहतर हुई है। अब वह धीरे-धीरे खाद्य पदार्थ ग्रहण करने लगा है। हाथी को गन्ना, कटहल, केला, भुट्टा आदि खाने के लिए दिया जा रहा है लेकिन जब तक वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो जाता तब तक उसे खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता। हाथी को बारिश से बचाने के लिए अस्थायी तंबू बनाकर रखा गया है। बावजूद इसके जमीन पर बिना हिले-डुले सोए रहने की वजह से जख्म हो गए हैं। इन जख्मों का इलाज भी चल रहा है। हाथी को दवाईयों के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है। उसका बुखार अब ठीक हो चुका है। हाथी का हालचाल जानने के बाद पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने कहा है कि हाथी के स्वास्थ्य में सुधार होना एक अच्छा संकेत है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह शीघ्र ही पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएगा। इस बीच हाथी को सरगुजा के तैमोर पिंगला अभ्यारण्य भेजने की तैयारी भी वन विभाग द्वारा की जा रही है। इसके लिए विभाग ने शासन से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही बीमार हाथी को वहां शिफ्ट किया जाएगा और कुमकी हाथियों के जरिए स्पर्श चिकित्सा दी जाएगी जिससे उसके शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद है।  

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