बालको को मिला ‘ए.ओ.एन. बेस्ट एम्प्लॉयर’ का खिताब

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कोरबा@M4S:भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) को वर्ष २०१९ के च्ए.ओ.एन. बेस्ट एम्प्लॉयर इंडियाज् के खिताब से नवाजा गया है। फोर्ब्स इंडिया मैग्जीन में प्रकाशित स्तंभ के अनुसार च्च् बालको में कार्यरत कर्मचारियों में उनकी भूमिका, योगदान, प्रदर्शन के मानकों और लक्ष्यों को पाने के प्रति पूर्ण स्पष्टता है। चुनौतियों को अवसरों में बदलने और कैरियर ग्रोथ की दृष्टि से कर्मचारियों के लिए कंपनी में पर्याप्त अवसर मौजूद हैं। अपनी उपलब्धियों के प्रति सकारात्मक भावना रखते हुए कर्मचारियों ने बालको को नए मुकाम पर पहुंचा दिया है। नौकरशाही से अछूती कंपनी का उच्च प्रबंधन अपने व्यवसाय को निरंतर आगे ले जाने के लिए दृढसंकल्प है।ज्ज्

मुंबई में २ अगस्त, २०१९ को आयोजित एक समारोह में बालको के निदेशक (धातु) श्री दीपक प्रसाद ने मानव संसाधन प्रोसेस प्रमुख श्री श्रीधर कलावाला, कर्मचारी संबंध (लीड) श्री शुभदीप खान, मानव संसाधन सह महाप्रबंधक श्री गजेंद्र सिंह राजावत, सह प्रबंधक सुश्री युक्ति वर्मा और सुश्री शिखा गोयल की उपस्थिति में सम्मान ए.ओ.एन. कंसल्टिंग इंडिया के पूर्व सी.ई.ओ. श्री संदीप चौधरी व किसेंट्रिक के सी.ई.ओ. श्री केविन कोनेली के हाथों ग्रहण किया।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री विकास शर्मा ने कर्मचारियों के नाम अपने संदेश में उपलब्धि का श्रेय बालको के प्रत्येक कर्मचारी एवं उत्कृष्ट मानव संसाधन प्रबंधन को दिया है। कर्मचारियों की खुशहाली और रोजमर्रा के कार्यों के अलावा उन्हें अनेक रचनात्मक कार्यों से जोड़ने की दिशा में किए गए प्रयासों का ही नतीजा है कि बालको ने कर्मचारी संतुष्टि के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बनाए हैं। श्री शर्मा ने बताया कि च्बेस्ट एम्प्लॉयरज् यानी श्रेष्ठ नियोक्ता का खिताब पाने की प्रक्रिया अत्यंत लंबी और जटिल रही। शुरूआत कर्मचारी सर्वे से हुई। इसके साथ ही ए.ओ.एन. पीपल पै्रक्टिसेस इंडेक्स एसेसमेंट, एच.आर. एसेसमेंट एट साइट और सी.ई.ओ. राउंड की प्रक्रिया अपनाई गई।

ए.ओ.एन. बेस्ट एम्प्लॉयर कार्यक्रम के अंतर्गत कर्मचारियों का विभिन्न गतिविधियों से जुड़ाव का मूल्यांकन करने के लिए कर्मचारियों की राय ली गई। इसके साथ नेतृत्व, कार्य प्रदर्शन संस्कृति, एम्प्लॉयर ब्रांड तथा श्रेष्ठता आदि की समीक्षा की गई। बालको देश की १६ कंपनियों तथा मैन्यूफैक्चरिंग उद्योग श्रेणी में उन छह उद्योगों में शामिल है जिसे इस वर्ष यह सम्मान हासिल हुआ।

फोर्ब्स इंडिया मैग्जीन को दिए गए अपने साक्षात्कार में श्री विकास शर्मा कहते हैं कि च्च्सुरक्षा को सर्वोपरि स्थान देने की भावना हमारे डी.एन.ए. में समाहित है। एक प्राकृतिक संसाधन कंपनी के तौर पर वेदांता समूह की कंपनी बालको ने लाभप्रदता के साथ ही पृथ्वी एवं इसमें पल रहे जीवन के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में काम किया है। वेदांता समूह की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुश्री मधु श्रीवास्तव कहती हैं – च्च् विनिवेश के बाद विभिन्न मानकों के आधार पर कंपनी के प्रदर्शन में आमूलचूल परिवर्तन हुए। आज कंपनी की कार्य शैली के प्रति लोगों में गहरा विश्वास है। आई.आई.टी. तथा आई.आई.एम. जैसे देश के विभिन्न श्रेष्ठ प्रबंधन एवं तकनीकी संस्थानों से निकले युवा कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कटिबद्ध हैं। श्री विकास शर्मा कहते हैं कि व्यवसाय की निरंतरता हमारा ध्येय है। आने वाली पीढ़ियों को हम एक ऐसा बालको सौंपना चाहते हैं जो प्रबंधन के विभिन्न मानकों पर विश्वस्तरीय हो।

सुश्री मधु श्रीवास्तव बताती हैं कि कार्यपालन संवर्ग में आने वाले युवा कर्मचारियों के विकास की दिशा में अनेक कार्यक्रम संचालित हैं जो उन्हें अनुभवी कार्यपालकों के मार्गदर्शन में भविष्य के नेतृत्वकर्ता के तौर पर विकसित होने मंे मदद करती हैं। उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता तथा औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण के मानदंडों से अवगत कराने के साथ ही कर्मचारियों को स्थानीय समुदायों से घुलने-मिलने और उनके विकास में योगदान के अवसर दिए जाते हैं। संयंत्र परिसर में प्रवेश तभी संभव है जबकि प्रत्येक कर्मचारी कंपनी द्वारा निर्धारित उपयुक्त गणवेश तथा व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित हो। प्रति वर्ष प्रत्येक कर्मचारी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। उच्च अधिकारी प्रति सप्ताह तथा प्रति पखवाड़े कारखाने की प्रत्येक इकाई में सुरक्षा मानदंडों का निरीक्षण करते हैं। श्री शर्मा बताते हैं कि च्च् किसी भी बैठक की शुरूआत सुरक्षा विमर्श से होती है। यदि लोग सुरक्षित नहीं, तो कुछ भी सुरक्षित नहीं। सुरक्षा के प्रति लोगों को लगातार सचेत करना हमारी कार्य शैली का अभिन्न अंग है। इसके अलावा बालको ने अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से औद्योगिक सिलाई, वेल्डिंग, हॉस्पिटैलिटी आदि के जरिए समाज के जरूरतमंद युवाओं को उनके पैरों पर खड़े होने में मदद दी है।

वेदांता समूह की अनेक उत्पादक इकाइयां देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं। इन इकाइयों में कर्मचारियों का रोटेशन किया जाता है। किसी भी नई पदस्थापना संबंधी प्रथम जानकारी आंतरिक तौर पर कर्मचारियों को दी जाती है। च्एक्ट अपज् जैसी परियोजनाओं के माध्यम से च्स्टार ऑफ द बिजनेसज् चुने जाते हैं। च्शून्य क्षति, शून्य अपव्यय, शून्य उत्सर्जनज् की नीति अपनाकर कंपनी ने अपने कर्मचारियों में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की भावना का संचार किया है।

बालको अपने कर्मचारियों के जीवनसाथियों को उनकी योग्यता के आधार पर विभिन्न पदों पर नियुक्ति के अवसर देता है। सुश्री मधु श्रीवास्तव कहती हैं कि – च्च् बालको में वर्तमान में १२ प्रतिशत महिला कर्मचारी हैं। अगले पांच वर्षों में इसे ३३ प्रतिशत के स्तर पर ले जाने का लक्ष्य है। मानव संसाधन के क्षेत्र में बेंचमार्क के लिए कंपनी फेसबुक, गूगल और यूनिलीवर जैसी कंपनियों की कार्य संस्कृति का अध्ययन कर अपनी नीतियां तैयार करती है।

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