बारिश से बिजली की डिमांड में आई गिरावट

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कोरबा@M4S; झमाझम झमाझम बारिश से तापमान का पारा नीचे गिरा है।  जिसका सीधा असर बिजली की डिमांड पर भी हुआ है । 1 सप्ताह पूर्व तक जहां बिजली की डिमांड 48 सौ मेगावाट तक पहुंच रही थी वह अब गिरकर 4200 से 4300 मेगावॉट तक आ गई है ।
प्रदेश में बिजली की मांग के मुकाबले पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है। एक तरफ बिजली की डिमांड कम हुई है तो दूसरी ओर राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के दो बड़े संयंत्रों की दो इकाइयों से उत्पादन बंद है जिसकी वजह से उत्पादन कंपनी के कोटे से होने वाले उत्पादन में गिरावट आई है। 1340 मेगा वाट क्षमता वाले एचटीपीपी संयंत्र की 500 मेगा वाट की इकाई से बिजली उत्पादन बंद है। वर्तमान में संयंत्र की चार इकाइयों से लगभग 470 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन हो रहा है। संयंत्र के उत्पादन में लगभग 900 मेगा वाट की गिरावट आई है । दूसरी ओर 1000 मेगावाट क्षमता वाले मड़वा संयंत्र से भी लगभग 350 मेगा वाट तक बिजली का उत्पादन हो पा रहा है। मडवा संयंत्र में 500 ,500मेगावाट की दो इकाई है। एक इकाई लंबे समय से बंद है। केवल एक इकाई से ही यहां बिजली का उत्पादन हो रहा है।  हालांकि डीएसपीएम की दोनों इकाइयों को फुल लोड पर चलाया जा रहा है ।यहां से पर्याप्त बिजली का उत्पादन हो रहा है ।संयंत्र से 400 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है जबकि संयंत्र की क्षमता 500 मेगावाट है। हाइडल प्लांट से 80 मेगावाट तक अतिरिक्त बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इस तरह राज्य उत्पादन कंपनी के संयंत्रों से लगभग 1800 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। बिजली की डिमांड को पूरा करने सेंट्रल सेक्टर से लगभग 2200 मेगावाट से अधिक बिजली लेनी पड़ रही है ।हालांकि इन दिनों बिजली की डिमांड में आई गिरावट से संयंत्रों से कम उत्पादन के बाद भी स्थिति क्रिटिकल नहीं है।

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