छात्राओं के अंग्रेजी ज्ञान और आत्मविश्वास से मो. हक हुए प्रभावित, की प्रशंसा
कोरबा@M4S:हलो सर,…… हू आर यू …. वाय आर यू कमिंग हियर जैसे अंग्रेजी के प्रश्न कक्षा आठवीं की छात्राओं ने कलेक्टर मो.कैसर अब्दुल हक और पुलिस अधीक्षक श्री मयंक श्रीवास्तव से बेझिझक पूछे। यह छात्राएं दूरस्थ वनांचल पसान क्षेत्र के बैरा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला की हैं। कल कलेक्टर एवं एसपी ने इस स्कूल में बने मतदान केंद्र के निरीक्षण के दौरान कक्षा में पहुंचकर छात्राओं से बात की। जिले के दोनों सबसे बड़े अधिकारी तब अचंभित रह गये जब इस वनांचल क्षेत्र के स्कूल की छात्राओं ने फर्राटेदार अंगे्रजी में गुड आफ्टर नून सर कहते हुए दोनों का स्वागत किया। कलेक्टर ने छात्राओं से उनके नाम, पिता का नाम जैसी औपचारिक बातें भी की और स्कूल की पढ़ाई के बारे में भी पूछा। कलेक्टर ने छात्राओं से निःशुल्क गणवेश मिलने, मध्यान्ह भोजन में खाने की गुणवत्ता से लेकर स्कूल के शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके तक की जानकारी ली।
औपचारिक बातचीत के बाद जैसे ही दोनो अधिकारी कक्षा से बाहर जाने लगे छात्राओं ने उन्हें रोककर उनसे बात करने की जिज्ञासा प्रकट की। छात्राओं में से एक कुमारी दिलेश्वरी ने सीधे अंगे्रजी में कलेक्टर से हू आर यू सर… पूछा। इस अप्रत्याशित प्रश्न पर कलेक्टर और एसपी सहित वहां उपस्थित शिक्षक और अन्य अधिकारी भी अचंभित रह गये। शीघ्र ही कलेक्टर मो.कैसर हक ने सहज होकर छात्राओं को अंगे्रजी में ही जवाब दिया आई एम कलेक्टर… छात्राओं ने तपाक से पूछा वाय आर यू कमिंग हियर.. कलेक्टर ने फिर सभी छात्राओं को अपने आने का सबब बताया और छात्राओं से थोड़ी देर अंगे्रजी में ही वार्तालाप किया। छात्राओं ने कलेक्टर जैसे बड़े अधिकारी के प्रश्नों का पूरी संजीदगी से सही-सही उत्तर दिया। छात्रा कुमारी उषा ने कलेक्टर से पूछा हाउ केन वी विकेम कलेक्टर सर… (हम भी कलेक्टर कैसे बन सकते हैं सर ) उषा के प्रश्न के उत्तर में कलेक्टर ने सभी छात्राओं को मन लगाकर पढ़ने और कड़ी मेहनत करने का मंत्र बताया। उन्होंने सभी छात्राओं को अंगे्रजी में बात करने से मिली खुशी भी जाहिर की और कहा कि ऐसी बेटियों के बल पर ही देश के गांव और शहर लगातार आगे बढ़ेंगे। कलेक्टर एवं एसपी ने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
कक्षा से बाहर निकलते ही कलेक्टर मो. हक ने बैरा की शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले शिक्षक शिवनाथ लहरे की भी तारीफ की और उन्हें इसी समर्पण से छात्राओं को पढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया।