कोरबा@M4S: कोरबा जिले के मनोरम एवं खूबसूरत तथा नव विकसित पर्यटन स्थल सतरेंगा की खूबसूरती और हसदेव नदी का अथाह जल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को भा गया। एक रात सतरेंगा के रिसाॅर्ट में ठहरने के बाद सुबह जब आंख खुली तो यहां की प्राकृतिक छटा और शांत वातावरण ने मुख्यमंत्री बघेल का मन मोह लिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने देश-विदेश के पर्यटकों को सतरेंगा आकर वहां की खूबसूरती का आनंद लेने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक खूबसूरती से भरा राज्य है। बस्तर हो या सरगुजा, बिलासपुर हो या बारनवापारा और अब कोरबा का सतरेंगा यहां हर जगह प्राकृतिक सौंदर्य है, रमणीय स्थल है। लोग यहां ज्यादा से ज्यादा आयें और तनाव भरें व्यस्त जीवन में से कुछ आनंद के पल यहां बितायें। श्री बघेल ने सतरेंगा में पर्यटन की दृष्टि से हुए विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां विकसित सुविधाओं की जानकारी कलेक्टर किरण कौशल से ली। मुख्यमंत्री ने सतरेंगा में बने रिसाॅर्ट, ओपन आडिटोरियम, बोटिंग की व्यवस्था के साथ-साथ आकर्षक गार्डन की तारीफ की। उन्होंने इस सभी विकास कार्यों और सतरेंगा विकास की भविष्य की तैयार योजना के लिए कलेक्टर कौशल की जमकर तारीफ की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 04 जनवरी को कोरबा प्रवास के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण सतरेंगा पर्यटन स्थल के कॅाटेज में रात्रि विश्राम किया। मुख्यमंत्री ने बांगो जलाशय की अपार जलराशि में विकसित पर्यटल स्थल सतरेंगा में प्राकृतिक विहंगम दृश्यों के साथ प्रकृति की गोद में समय बिताने का आनंद लिया। बघेल ने अगले दिन की सुबह प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण पर्यटन स्थल में कू्रज बोट में बैठकर नौका विहार भी किया। मुख्यमंत्री ने अपार जल राशि के बीच बने 25 सीटर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट पहुंचकर चाय की चुस्की का आनंद लिया। मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत, स्कूल शिक्षा मंत्री एवं कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. पे्रमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, कोरबा नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, पूर्व विधायक बोधराम कंवर भी बोट में बैठे थे।
पर्यटन स्थल सतरेंगा में प्राकृतिक विहंगम दृश्यों के साथ वाॅटर स्पोट्र्स, एडवेंचर स्पोट्र्स के साथ नौका विहार करने की सुविधा विकसित किया गया है। सतरेंगा स्थित नवनिर्मित रिसाॅर्ट मंे आकर्षक पार्क और ओपन जिम की सुविधा, पार्क में लाॅन ग्रास के साथ लगभग दस हजार रंग बिरंगे फूलों के पौधे, चिल्ड्रन गार्डन में झूले और फिसलपट्टियां की भी सुविधा उपलब्ध है। रिसाॅर्ट परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमांे के लिए सुसज्जित ओपन थियेटर, थियेटर में सीढ़ीनुमा बैठक व्यवस्था है। हर शाम यहां पर्यटकों के लिए छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति से रूबरू होने स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा लोक नृत्य, लोक गीतों के साथ कैम्प फायर का आयोजन की भी सुविधा है। पास ही कू्रज स्पीड बोट, जेट बोट आदि के साथ वाॅटर स्पोट्र्स की सुविधा उपलब्ध है। सतरेंगा के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ अपनी फोटो लेने के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। खाने-पीने की सुविधा के लिए स्थानीय महिला समूहों द्वारा ‘‘सतरेंगा कैफीटेरिया‘‘ का संचालन भी किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में स्थानीय पर्यटन स्थानों का विकास राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल है। प्रदेश के प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के पर्यटन स्थलों के विकास से जहां एक ओर छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है वहीं बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को आजीविका के अवसर भी मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा वन विभाग के सहयोग से सतरेंगा में वर्ष 2019-20 में जिला खनिज न्यास मद से 20 लाख रूपये की लागत से विकास कार्य किये गये हैं। सतरेंगा में पर्यटकों के लिए शानदार काॅटेज, विश्रामगृह, ग्लास हाउस एवं अतिथि गृह का निर्माण किया गया है। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। इसके साथ ही पर्यटकों की सुविधा के लिए होटल, मोटल, रिसाॅर्ट, कॅाटेज आदि का लगातार निर्माण किया जा रहा है।
प्राकृतिक खुबसूरती से भरा है छत्तीसगढ़, सतरेंगा आईए, आनंद उठाईये – मुख्यमंत्री बघेल मुख्यमंत्री ने कू्ज बोट में बैठकर किया नौका विहार, बांध के बीच बने तैरते हुए रेस्टोरेंट में चाय की चुस्की का लिया आनंद
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