कोरबा@M4S: शहर के पुराना बस स्टैंड में अव्यवस्था का आलम किसी से छिपा नहीं है। यहां से विभिन्न क्षेत्रों के लिए यात्री बसों का आवागमन होता है लेकिन यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाओं का अभाव अब भी बना हुआ है। यहां यात्री प्रतीक्षालय की कमी तो है ही, पेयजल की व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा सबसे बड़ी जरूरत प्रसाधन सुविधा की है।
कहने को तो यहां गीतांजलि भवन के पिछले हिस्से में वाटर हार्वेस्टिंग के पास एक प्रसाधन कक्ष बनाया गया है लेकिन यह केवल महिलाओं के लिए है। बड़े-बड़े अक्षरों में लिखे जाने के बाद भी आश्चर्य की बात है कि महिलाओं के इस प्रसाधन में पुरुषों का भी आना-जाना लगा रहता है। कई ऐसे मौके आते हैं जब प्रसाधन के दरवाजे पर ही पुरुष और महिला आमने-सामने हो जाते हैं तो महिलाएं शर्मशार हो जाती हैं। यहां पुरुषों के लिए अलग प्रसाधन की व्यवस्था आज तक नहीं की जा सकी है। हालांकि आटो स्टैंड के सामने मुख्य सडक़ के किनारे सुलभ शौचालय स्थित है लेकिन बस स्टैंड में मौजूद रहकर वाहन की प्रतीक्षा में लगे महिला-पुरुष यात्रियों के लिए यह दूरी तय करना अक्सर संभव नहीं हो पाता है।