कलेक्टर ने किया आश्वस्त- एक सप्ताह के भीतर विस्तृत बैठक कर पूरी चर्चा करेंगे
कोरबा@M4S:पीड़ित ,विस्थापित किसान पदयात्रा आज पुनर्वास ग्राम गंगा नगर से कलेक्टर कार्यलय तक आयोजित कर अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को मुख्यमंत्त्री के नाम पर 8 सूत्रीय मांगपत्र सौपा । लगभग 25 किमी तक पैदल मार्च के बाद कोसाबाड़ी चौक में एक सभा किया गया जिसको संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज ने कहा कि विस्थापन के पीछे एक बड़ा षडयंत्र है । सरकारें खासतौर से मोदी सरकार हिन्दुस्तानियों के भारत को कार्पोरेट कम्पनियो के इंडिया मे बदल देना चाहती है । उन्हे जंगलों से खदेड़ने के लिये नित नई साजिशें रची जा रही हैं – वही पुनर्वास के नाम पर उनके साथ क्रूर मजाक किया जा रहा है । इनका रास्ता एकजुट मुकाबले से ही किया जा सकता है । जहां जहां किसान एकता का मजबूत डण्डा और लाल झण्डा लेकर लड़े है वहां जीते हैं । उन्होने कहा कि आश्वासन पूरे नही हुये तो लड़ाई और तीखी होगी। इसके लिये दो काम उन्होने जरूरी बताये, एक मजबूत चट्टानी एकता दूसरी लोकसभा चुनाव मे कार्पोरेट परस्त सरकार को हराना .छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते ने एक करोड़ से अधिक आदिवासियों के उनके मूल निवास वनो से बाहर निकालने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हैरतनाक और मनुष्यता विरोधी बताया । उन्होने कहा कि पूरी साल भर तक केंद्र सरकार का वकील पेश नही हुआ । इसका मतलब है कि मोदी सरकार खुद चाह्ती थी कि भूमि आदिवासियों से खाली हो और उन्हे वह अपने चहेते कार्पोरेट घरानो को दे सके । इस मामले मे छग सरकार की लापरवाही की भी उनहोंने आलोचना की साथ ही मांग की कि तुरंत एक अध्यादेश लाकर इस एतिहासिक अन्याय को सुधारा जाये।
जनवादी महिला समिति के राज्य अध्यक्ष धन बाई कुलदीप ने कोरबा जिले में विस्थापित किसानों की समस्या पर बात रखी ।
एक प्रतिनिधि मंडल जिसमे सपुरन कुलदीप, प्रशांत झा ,देवकुमारी कंवर, नन्दलाल,मुकेश, सोनुराठोर रूद्रदास ने कलेक्टर से मुलाक़ात कर ज्ञापन देकर विस्तृत चर्चा के लिए बैठक आयोजित करने की मांग किया । कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि कोरबा जिले में 50 साल पुरानी समस्या है और इसे एक सप्ताह के भीतर बैठक बुलाएंगे और चर्चा कर निराकरण की जायेगी ।
इस पदयात्रा का नेतृत्व छत्तीसगढ़ किसान सभा ,जनवादी नौजवान सभा और जनवादी महिला समिति के सोनकुंवर, टी सी सूरज , शुकवारा बाई, नंदलाल, करण दास , कीर्ति कंवर, करण बाई , रामप्रसाद, मनीराम महिलांगे, दीपक साहू, धरम सिंह कंवर, बाबूसिंह, राधे श्याम ,प्रभु, ललित महिलांगे, प्रेमसिंह कंवर, जवाहर सिंह ,सुराज सिंह दिलहरण बिंझवार, तेरस बाई, शिवरतन ,मोहपाल, मुन्ना बाई, समारसिंघ , हुसेन अली , आदि ने किया ।