सामूहिक श्रमदान से कर रहे हैं वृक्षारोपण का कार्य
कोरबा:पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिंझरा के आश्रित ग्राम खुरुनारवा में पंडो समाज के लोगों द्वारा बृहद रूप से वृक्षारोपण का कार्य पहली जुलाई से किया जा रहा है। इस सामूहिक वृक्षारोपण में लोग बहुत ही उत्साह से बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर आदिवासी समुदाय के लोग भी जागरूक हो चले हैं। इसका नजारा इन दिनों कोरबा जिले के पोड़ी ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिंझरा में देखने को मिल रहा है। यहां पंडो आदिवासी समाज के बड़े- बूढों के साथ ही बच्चे भी अपने नाम से प्रकृति को बचाने के लिए और धरती को सजाने के लिए पौधे लगा रहे हैं। आज ग्राम बिंझरा में राज ग्वालीन के पास कुल 732 पौधे लगाए गए हैं जिनमें विभिन्न प्रकार के पौधे जैसे आम, जामुन, अमरूद, कटहल, काजू, कल्पतरु और आंवले के साथ में बांस के भी पौधे लगाए गए। इसी कड़ी में 5 जुलाई को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा सामूहिक श्रमदान से वृक्षारोपण का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम को कराने में एकता परिषद का महत्वपूर्ण योगदान है। एकता परिषद के कार्यकर्ता करमपाल चौहान, मुरली दास संत व एकता परिषद के ग्रामीण मुखिया और साथी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। स्वप्रेरणा से पौधे लगाकर धरती को बचाने का पुण्य का काम यहाँ के पंडो आदिवासी कर रहे हैं, ताकि उनकी आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिल सके।
वन अधिकार पट्टे का फर्जीवाड़ा उजागर
वृक्षारोपण की इस मुहिम के दौरान पूर्व में वनाधिकार पट्टों के आबंटन में किया गया फर्जीवाड़ा भी उजागर हुआ है। दरअसल जिस भूभाग पर पंडो आदिवासी वृक्षारोपण कर रहे हैं, वहाँ पर शिवकुमार पैकरा नामक ग्रामीण ने पहुंच कर इस भूभाग पर अपनी दावेदारी की और बताया कि उसे इस भूभाग का वन अधिकार पट्टा मिला है। यह सुनकर ग्रामीण भड़क गए।