नाबालिग से दुष्कर्म, सदमे से पिता की हुई मौत

- Advertisement -

 अनाचारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
कोरबा: एक नाबालिग के साथ सिलसिलेवार अनाचार की घटना को अंजाम दिया जा रहा था। जिससे पीड़िता गर्भवती हो गई। जब इस बात की जानकारी परिजनों को हुई तो सदमे में पीड़िता के पिता की मौत हो गई। मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अनाचार व पाक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
कटघोरा क्षेत्र में निवासरत किशोरी के साथ अक्सर आरोपी सूनेपन का फायदा उठाकर अनाचार की घटना को अंजाम देता था। पीड़िता को बहला-फुसलाकर खेतों में ले जाया करता था और दुष्कर्म को अंजाम देता था। अनाचार का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता गर्भवती हो गई। पीड़िता एक मजदूर परिवार से संबंध रखती है। वे 3 भाई-बहन है। दो वर्ष पूर्व उसकी मां का निधन हो गया था। पिता व भाई रोजी-मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। किशोरी भी घरों में झाडू-पोछा कर जीवन यापन कर रही थी। इस मामले का खुलासा लगभग एक माह पूर्व हुआ था तब उस दौरान सदमे में पिता की तबियत बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां 8-9 जून की दरम्यानी रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
सीडब्ल्यूसी ने दिखाई गंभीरता
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मधु पांडेय ने कटघोरा के थाना प्रभारी अविनाश सिंह से चर्चा की और इस सम्बंध में विवेचना प्रारम्भ कर बालिका को फौरन कोरबा भेजने के निर्देश दिये। अनाचार की शिकार हुई किशोरी को कोरबा भेजा गया जहां उसकी काउंसलिंग कराई गई यहां जब उससे बयान लिया गया। तब जाकर उसने आरोपी का नाम उजागर किया। बयान में विरोधाभास ना हो उस हेतु धारा 164 के तहत भी पीड़िता का बयान कलमबद्ध किया गया जबकि कटघोरा थाना की महिला स्टाफ ने भी पीड़िता से इसपर चर्चा की. सभी बयानों में उसने एक ही शख्स का नाम लिया जो उसके साथ बलात्कार जैसे जघन्य घटना को अंजाम दे चुका था।
 पुलिस गिरफ्त में आरोपी
इस सम्बंध में सभी बयानों के मद्देनजर सीडब्ल्यूसी ने भी एक प्रतिवेदन कटघोरा पुलिस को प्रेषित किया था जिसपर कार्रवाई करते हुए तत्काल आरोपी को उसके घर से दबोच लिया गया. कड़ाई से हुई पूछताछ के बाद उसे न्यायालय मे पेश किया गया जहाँ से ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया.
 डॉक्टरों की सलाह पर फैसला
बाल कल्याण समिति की प्रमुख मधु पांडेय ने बताया है कि किशोरी का इलाज जारी है। चिकित्सकों की सलाह के बाद आगे फैसला लिया जाएगा। उनका मानना है कि उनकी पहली प्राथमिकता बच्ची को सुरक्षित रखना ही है। इसके लिए वह डॉक्टर्स से सतत सम्पर्क में है. फिलहाल वह कल्याण समिति के शेल्टर रूम में है और स्वस्थ है। श्रीमती पांडेय ने कटघोरा पुलिस से आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। उन्होंने इसे अमानवीय कृत्य करार दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता इस अनाचार के घटना के बाद से सदमे में थी लेकिन अब वह रिकवर कर रही है। उन्होंने पुलिस से इस बारे में भी छानबीन करने की मांग की है कि क्या आरोपी ने उसे डराने-धमकाने का भी प्रयास किया था. श्रीमती पांडेय के मुताबिक चूंकि बच्ची के पालकों का निधन हो चुका है लिहाजा वह आगे भी उनके देखरेख की समुचित व्यवस्था करेंगी।
 आरोपी के बूढ़े-माँ बाप पर आजीविका का संकट
आरोपी कटघोरा के बाजार मोहल्ला इलाके का रहने वाला है. वह हाट-बाजार में सामान बिक्री का काम करता है। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा होने के साथ-साथ उनका एकमात्र सहारा भी था। दो वर्ष पूर्व ही उसका विवाह हुआ था। अब उसकी गिरफ्तारी से उसके बूढ़े माँ-बाप के सामने भी आजीविका का संकट मंडराने लगा है।  

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!