बिलासपुर @M4S छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाला में आज हाईकोर्ट ने 2011 से अब की हुई धान खरीदी का लेखाजोखा मांग लिया है । इसके लिए केवल सात दिनों का समय दिया गया है । अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को मुकर्रर की है इधर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस मामले को सीबीआई को सौपने की मांग की है ।
जस्टिस पी. सेम कोशी व जस्टिस आर.पी. शर्मा की डबल बेंच ने सुनवाई की। प्रत्येक गुरुवार को सेकेण्ड हाफ में इस मामले की सुवाई हो रही है। याचिकाकर्ता हमर संगवारी (NGO) की ओर से अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने बताया कि धान व चना सहित अन्य सामाग्रियों पर अतिरिक्त 20 हजार करोड़ घोटाला हुआ है। इस पर कोर्ट की डबल बेंच ने नाराजगी जताई।
वही पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सीबीआई जांच की मांग की है. डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नान मामले में राजनीति से परे निर्णय के लिए के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए. डॉ. रमन सिंह ने मामले में शिवशंकर भट्ट की उस शपथ पत्र को कोर्ट द्वारा खारिज करने के बाद सीबीआई जांच की मांग की, जिसमें मुख्य आरोपी भट्ट को सरकारी गवाह बनाने का आवेदन था.
नान मामले में शिवशंकर भट्ट को सरकारी गवाह बनाने के शपथ पत्र पर गुरुवार को सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे स्वीकार नहीं किया है. इसे एक तरह से शिवशंकर भट्ट के साथ ही राज्य सरकार के लिए भी झटके के तौर पर देखा जा रहा है. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ‘आज सरकार की मंशा उजागर हो गई. पूरे प्रकरण में सीएम भूपेश बघेल स्क्रिप्ट राइटर और शिवशंकर भट्ट रीडर हैं. आने वाले दिनों में सरकार की सारी करतूत उजागर हो जाएगी।