रायपुर@M4S: छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी हर उपभोक्ता तक गुणवत्तापूर्ण बिजली पहुंचाने लगातार प्रयासरत है, इसी कड़ी में 132 केवी उपकेंद्र गरियाबंद में 40 एमवीए (मेगावोल्ट एंपीयर) का नया अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित कर नई उपलब्धि हासिल की है। ट्रांसमिशन कंपनी की टीम ने इस कार्य को महज एक महीने के भीतर पूरा कर लिया।
इस उपलब्धि के लिये ट्रांसमिशन कंपनी की प्रबंध निदेशक उज्जवला बघेल ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी। गरियाबंद के 132 केवी उपकेंद्र में पहले 40 एमवीए का एक ही ट्रांसफार्मर था, जिससे 220 गांवों के लगभग 60 हजार उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति होती थी।
क्षेत्र में गर्मी एवं अन्य आवश्यकताओं के कारण विद्युत लोड बढ़ने से लो-वोल्टेज की समस्या आ रही थी, जिसे दूर करने ट्रांसमिशन कंपनी ने 40 एमवीए का अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित करने का निर्णय लिया।
ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक (निर्माण एवं लाइन संधारण) श्री कैलाश नारनवरे ने बताया कि लगभग 4 करोड़ की लागत से स्थापित ट्रांसफार्मर को आज अधिकारी-कर्मचारियों की टीम ने ऊर्जीकृत किया। अब इस उपकेंद्र की क्षमता 40 से बढ़कर 80 एमवीए हो गई, जिससे गरियाबंद, मैनपुर, पांडुका, छुरा व देवभोग के 220 गांवों में गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति होने लगी है।
यह सुदूर वनांचल एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। इस कार्य की प्रक्रिया त्वरित गति से पूरी की गई। सामान्यतः इसमें तीन से चार महीने का समय लगता है। आज ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अधिकारियों ने इस ट्रांसफार्मर को उर्जीकृत किया।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता (संचारण एवं संधारण) श्री डीके चावड़ा, अधीक्षण अभियंता श्री आरके तिवारी, श्री पीपी सिंह, श्री पीएल सिदार, कार्यपालन अभियंता यूके यादव, प्रशांत साहू, इंदु ठाकुर, केपी वाइका सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।