देवउठनी के लिए शहर में सजा गन्ने का बाजार

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कोरबा@M4S: देवउठनी एकादशी (तुलसी विवाह) शुक्रवार को मनाई गई। देर शाम तुलसी विवाह आयोजित होंगे। एक दिन पहले गुरुवार को गन्ने का बाजार सज चुका है। बाजार में प्रति नगर गन्ने का भाव 25 से 30 रुपये है। गन्ना विक्रेताओं की मानें तो इस बार अच्छी बिक्री हो रही है।


कल से ही तुलसी पूजा व मंडप सजाने बड़ी संख्या में गन्ने की बिक्री शुरू हो चुकी थी। सुबह से बाजार मे चहल पहल बनी रही। मुंगेली, अंबिकापुर के साथ ही मध्यप्रदेश के रींवा से बड़ी मात्रा में गन्ना बिक्री के लिए बाजार में पहुंचा है। गन्ना विक्रेता ने बताया कि 20 नग से बनी मोरी गन्ने के साइज के आधार पर तीन से चार सौ रुपए में बिक रहा है। वहीं एक नग गन्ना 25 से 30 रुपए में बिक रहा है। पुराना बस स्टैंड निहारिका कोसाबाड़ी बुधवारी बाजार सहित शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर गन्ने बिक रहे हैं। तुलसी विवाह में घरों के साथ ही मंदिरों में गन्ने का मंडप सजेगा और तुलसी-शालीग्राम का विवाह विधिपूर्वक होगा। वहीं भगवान के विवाह की खुशी में रंगोली सजेगी।साथ ही सभी ओर रोशनी की जगमगाहट होगी। देर शाम तक लोग गन्ना, पूजन सामग्री, साड़ी, सुहाग सामग्री समेहत विभिन्न पूजन सामग्री की खरीदारी करने पहुंचने लगे हैं। आज से सभी शुभ मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो गई है। इस वर्ष कम ही विवाह मुहूर्त हैं। जिसमें इस माह 5 तो दिसंबर में 15 विवाह मुहूर्त होंगे। तुलसी विवाह के साथ ही सभी ओर आतिशबाजी को लेकर तैयारी है। जिस वजह से पटाखों की दुकानों में भीड़ जुटने लगी है। वही दीपावली के 11 दिन बाद छोटी दीवाली मनेगी।

तुलसी विवाह की परंपरा
मान्यता है कि देवशयनी ग्यारस से भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन के लिए चले जाते हैं। इस वजह से किसी भी तरह के मांगलिक विशेषकर वैवाहिक कार्यक्रम चार महीने के लिए बंद हो जाता हैं। देवउठनी एकादशी के साथ ही अब वैवाहिक व मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत होगी। इस दिन घरों में धूमधाम से हुआ तुलसी विवाह होंगे। पंरपरा है कि कार्तिक एकादशी पर तुलसी और भगवान विष्णु का विवाह वैदिक रीति रिवाज से संपन्न कराया जाता है।

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