रायपुर@M4S: छत्तीसगढ़ में दीर्घायु योजना के माध्यम से कैंसर मरीजों के लिए जिला स्तर पर कीमोथेरेपी सुविधा का विस्तार किया जा रहा है। प्रदेश के नौ जिला अस्पतालों में डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा शुरू की गई है, जहां विभिन्न तरह के कैंसर से पीड़ितों की निःशुल्क कीमोथेरेपी की जा रही है। पहले कैंसर मरीज़ों को बड़े शहरों या मेडिकल कॉलेजों में बार-बार जाकर इलाज करवाना पड़ता था, जिससे उन्हें कई परेशानियां उठानी पड़ती थीं। कैंसर मरीजों को राहत देने और स्थानीय स्तर पर ही इलाज उपलब्ध कराने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा नवाचार कर इस वर्ष मार्च में दीर्घायु योजना शुरू की गई है। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इस योजना का शुभारंभ किया था।
कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका है। पहले इसके उपचार के लिए पीड़ितों को रायपुर आकर या प्रदेश से बाहर जाकर निजी अस्पतालों में कीमोथेरेपी कराने में हजारों खर्च करने पड़ते थे। परिवहन और अन्य खर्चों को मिलाकर मरीजों पर बहुत अधिक आर्थिक भार आता था। पर अब राज्य के नौ जिलों रायपुर, दुर्ग, कांकेर, जशपुर, कोंडागांव, कोरिया, नारायणपुर, बस्तर और सूरजपुर में डे-केयर कीमोथेरेपी सुविधा के शुरू हो जाने से मरीजों को यह सुविधा निःशुल्क मिल रही है।
दीर्घायु योजना के लिए पहले चरण में नौ जिलों के 21 चिकित्सा अधिकारियों और 54 स्टाफ नर्सो को राज्य के बाहर विशेष कैंसर प्रशिक्षण केंद्र में भेजकर प्रशिक्षण दिलाया गया है। इन प्रशिक्षित चिकित्सकों व स्टाफ़ नर्सों के माध्यम से राज्य में पहली बार जिला स्तर पर दीर्घायु योजना के माध्यम से कीमोथेरेपी की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
दीर्घायु योजना के फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ देश के उन अग्रणी राज्यों में है जहां कैंसर पीड़ितों को जिला स्तर पर कीमोथेरेपी सुविधा दी जा रही है। प्रदेश के विभिन्न जिला अस्पतालों में अब तक 103 मरीजों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। मुंह के कैंसर, ब्लड-कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर व अन्य तरह के कैंसर मरीजों को अपने-अपने जिलों में ही कीमोथेरेपी सुविधा मिल रही है। कोरोना संक्रमण के समाप्त होने के बाद देश के विशेषज्ञ केंद्रों में प्रशिक्षण प्रारम्भ होते ही शेष टीमों को प्रशिक्षण दिलवाकर दूसरे चरण में राज्य के बाकी जिलों में भी निःशुल्क डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।