कोरबा@M4S: आधुनिक दौर में दिमाग को दुरुस्त रखकर बेहतर जीवन जीने की कला सिखाने नेशनल सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन साइकोलॉजिकल फोरम छत्तीसगढ़ द्वारा जिले के लीड कॉलेज, शासकीय इंजीनियर विश्वेश्वरैया पीजी कॉलेज में रखा गया है। शनिवार और रविवार को 2 दिनों तक यह नेशनल सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्रदेशभर से विशेषज्ञ शिरकत कर रहे हैं। सेमिनार में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक भी शामिल हो रहे हैं। सेमिनार में यह बताया जाएगा कि मानसिक स्वास्थ्य को कैसे स्वस्थ रखकर जीवन को सकारात्मक बनाया जाए। युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत रखने टिप्स मिलेंगे। वहीं अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान और मंथन भी होगा। लीड कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके सक्सेना ने बताया कि हमें खुशी है कि इस बार यह राष्ट्रीय सेमिनार हमारे कॉलेज में आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए पूर्व में है साइकोलॉजिकल फॉर्म छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष सचिव से हमारी चर्चा हो चुकी है वर्तमान में कई लोग सेमिनार में भौतिक तौर पर उपस्थित नहीं हो पाए हैं जिसके कारण हमने इस आयोजन को वर्चुअल भी रखा है कुछ विशेषज्ञ अपने प्रेजेंटेशन वर्चुअल माध्यम से भी दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ साइकोलॉजिकल प्रोग्राम लोगों का मानसिक स्वास्थ्य को शुद्ध करने के लिए काम कर रही है।
साल में एक बार फोरम द्वारा राष्ट्रीय अधिवेशन के तौर पर सेमिनार का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष का आयोजन कोरबा जिले के पीजी कॉलेज में किया जा रहा है। पूर्व के सदस्यों ने बताया किपूरी दुनिया अब मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बात कर लेना चाहिए खासतौर पर कोरोना से आपदा ने लोगों की आंखें खोल दी है। दुनिया भर के लोग मानसिक संतुलन बनाए रखने और इसके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। वह लगातार इस से जूझ रहे हैं वर्तमान परिवेश में जब लोगों ने अपने करीबियों को खो दिया। आर्थिक तौर पर वह उसने सक्षम नहीं रहे और खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। तब मानसिक तौर पर सुधरे रहना बेहद जरूरी हो गया है। ऐसे में मेंटल हेल्थ पर बात करने और लोगों की समस्याओं को समाधान करने के लिए ही साइकोलॉजिकल फोरम छत्तीसगढ़ द्वारा इस सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।