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कोरबा@M4S; तीज की मेहंदी पर भी चढ़ा एकता की शक्ति का रंग, कठिन निर्जला उपवास रख धरने पर डटी महिलाओं ने की आवाज बुलंद,छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की बेमुद्दत हड़ताल मंगलवार को दसवें दिन भी जारी रही। खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ का लोकप्रिय पर्व हरितालिका तीज, यानि तीजा भी है,
जो महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, जब वे अन्न जल ग्रहण किए बगैर चौबीस घंटे और बिना कुछ खाए कम से कम 36 घंटे व्रत का धारण करतीं हैं। इस खास पर्व पर भी हड़ताली महिलाएं मंगलवार को भूखे प्यासे धरना स्थल पर डटी हुई हैं। इतना ही नहीं, उनके हाथों की मेहंदी में भी कर्मचारी एकता रंग देखा जा सकता है, जो अपने अधिकारों की लड़ाई में जीत हासिल करने बिना कुछ कहे ही आवाज बुलंद कर फेडरेशन की शक्ति बढ़ा रही हैं।
अधिकारी कर्मचारी 2 सूत्रीय मांगों को सरकार तक पहुंचाने आंदोलन पर डटे हुए हैं। न्यायालय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा कर्मचारी अधिकारियों का महंगाई भत्ता एवं एचआरए से वंचित किया जाना मौलिक अधिकारों का हनन है। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 22 वर्षों के दौरान न्यायालय कर्मचारी कभी भी हड़ताल में शामिल नहीं हुए थे चुंकि हमारे कर्मचारियों के प्रति भी सरकार के द्वारा वाजीब हक को छीनना सरकार का बहुत बड़ा षड्यंत्र है ।जे पी करपे एवं मंजू शर्मा महिला प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि इस बार महिलाओं का प्रमुख त्यौहार तीजा धरना स्थल पर ही मना रहीं हैं।