कोरबा@M4S:दीपका-गेवरा-कुसमुंडा कोयला खदानों के रिहायशी इलाकों में बाहर के ड्राईवरों और हेल्परों की आवाजाही रोकने के लिए तीन सर्व सुविधायुक्त डम्पिंग यार्ड शुरू हो गये हैं। दीपका क्षेत्र में सिरकी मोड़ गांधी मैदान में गेवरा क्षेत्र में हेलीपेड मैदान और कुसमुंडा क्षेत्र में लक्ष्मण मैदान में यह तीनों डम्पिंग यार्ड तैयार किये गये है। इन डम्पिंग यार्डों में कोल परिवहन करने वाले लगभग एक हजार वाहनों को खड़े करने की सुविधा विकसित की गई है। पिछले दिनों कलेक्टर किरण कौशल और एस पी अभिषेक मीणा ने इन डम्पिंग यार्डों में विकसित की गई सुविधाओं और व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया था। इन डम्पिंग यार्डों में ड्राईवर, हेल्परों के लिए पीने के पानी, शौचालय, स्नानागार सहित वाहनों की मरम्मत के लिए गैरेज भी शुरू हो गये हैं। तीनों यार्डों में ड्राईवर, हेल्परों की भोजन व्यवस्था के लिए पार्सल सुविधा भी शुरू की गई है। यार्ड में ही भोजन बनाने वाले रसाइयों का चिन्हांकन कर उन्हें सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रसोइये भोजन बनाकर निर्धारित दर पर ड्राईवर, हेल्परों को भोजन के पार्सल उपलब्ध करा रहे हैं। डम्पिंग यार्ड बन जाने से अब ड्राईवर, हेल्परों को सभी सुविधाएं एक ही जगह पर मिल जा रही है। जिससे खदान के रिहायशी इलाकों और बस्तियों में बाहर से आए ड्राईवर, हेल्परों की आवाजाही नियंत्रित हो गई है।
ड्राईवरों ने एक ही स्थान पर रूकने, खाने-पीने के साथ-साथ नहाने और शौचालय की व्यवस्था मिल जाने पर कलेक्टर का आभार जताया। रायगढ़ से कोयला लेने आये एक ड्राईवर ने कहा कि पहले गाड़ी लेकर आने पर सड़क किनारे खड़ा करके खाने-पीने, नहाने के लिए अलग-अलग भटकना पड़ता था। अब एक जगह पर व्यवस्था हो जाने से काफी आसानी हो गई है। प्रशासन द्वारा यार्ड में गाड़ी लेकर आये सभी ड्राईवरों को मास्क लगाने, बार-बार हाथ धोने, सेनेटाईजर का उपयोग करने और अपनी ही गाड़ी में रहने की समझाईस दी जा रही है। किसी भी स्थिति में ड्राईवरों- हेल्परों को ढाबे पर बैठाकर खाना खिलाने की सख्त मनाही की गई है और केवल खाने के पार्सल ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं। डम्पिंग यार्ड में किसी भी तरह से शराब की उपलब्धता प्रतिबंधित करने के लिए भी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा कोल क्षेत्र में चलने वाले वाहनों के ड्राईवरो, कंडेक्टरों, हेल्परों से रिहायसी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए विशेष सावधानी बरती जा रही है। कोल परिवहन करने वाली गाड़ियों को लेकर आने वाले बाहर के ड्राईवरों और हेल्परों से खदानों के आबादी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने की रोकथाम के लिए डम्पिंग यार्डों में ही वाहन खड़े करने की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस के लिए विशेष टास्क फोर्स भी बनाई है।
दीपका, गेवरा, कुसमुंडा माईनिंग क्षेत्र के पास सघन आबादी वाली बस्तियां हैं। इन क्षेत्रों में कोयला परिवहन वाली गाड़ियों के साथ ड्राईवर, हेल्पर जैसे बाहरी लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन प्रतिदिन होता रहता है। यह सभी कोल क्षेत्र के आसपास की बस्तियां कोरोना संक्रमण हेतु संवेदनशील जोन हो सकती है तथा इन गाड़ियों के परिवहन से कोरोना संक्रमण का फैलाव भी हो सकता है। इसलिए किसी भी स्थिति में कोयला परिवहन में लगी गाड़ियां बस्ती एवं बस्ती के आसपास क्षेत्र में खड़ी न हो और गाड़ियों के चालक-परिचालक आबादी क्षेत्र में अनावश्यक रूक कर रात्रि विश्राम तथा भ्रमण न करें, इसके लिए जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। टास्क फोर्स के सदस्य इन कोल क्षेत्रों में प्रतिदिन पेट्रोलिंग करके हर एक स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
अन्य प्रांतों से आने वाले श्रमिकों की चेक पोस्टों पर हो रही सघन निगरानी- जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों की भी 21 चेकपोस्टों पर लगातार सघन जांच की जा रही है। सरई सिंगार चेक पोस्ट पर निरीक्षण के लिए पहुंची एसडीएम तथा टास्क फोर्स के सदस्यों ने बताया कि सभी गाड़ियों की सघन जांच की जा रही है। संपूर्ण बेरियर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है। बेरियर में वाहनों की सघन जांच तथा अन्य राज्यों तथा जिलों से आने वाले मजदूरों की जानकारी प्राप्त होने पर उन्हें तत्काल क्वारेंटाइन सेंटर भेजने हेतु तीन शिफ्ट में 24 घंटे राजस्व, पुलिस सहितह अन्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बेरियर में मजदूरों के विश्राम हेतु शामियाना लगाया गया है जहां उनके लिए नाश्ते एवं पानी की व्यवस्था की गई है। प्रशासन को सहयोग देते हुए सरईसिंगार पंचायत के प्रतिनिधि राकेश राज एवं सचिव गिरिवर यादव सहित परिवहन उप निरीक्षक श्री सुजीत सिन्हा लगातार मजदूरों को राहत सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये वाहनों के माध्यम से मजदूरों को निर्धारित क्वारेंटाइन सेंटर या जिले की सीमा तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। जिसकी मानिटरिंग नायब तहसीलदार दीपका शशिभूषण सोनी, थाना प्रभारी हरदीबाजार विजय चेलक एवं थाना प्रभारी दीपका श्री अविनाश सिंह द्वारा लगातार की जा रही है।
विशेष टास्क फोर्स के सदस्य डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार मरकाम, नायब तहसीलदार दीपका शशिभूषण सोनी, नायब तहसीलदार भैंसमा सोनू अग्रवाल, थाना प्रभारी दीपका अविनाश सिंह, परिवहन उप निरीक्षक सुजीत सिन्हा, खनिज निरीक्षण उत्तम कुमार खुंटे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी भोला सिंह ठाकुर, एसईसीएल दीपका, गेवरा एवं कुसमुंडा क्षेत्र के अधिकारी अजीत चैधरी, उमेश शर्मा, श्री एच.आर.धु्रव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी अपना भरपूर सहयोग दे रहें हैं। निरीक्षण के दौरान उपस्थित सभी ट्रांसपोर्टर, ड्राईवर एवं हेल्परों को मास्क, सेनेटाइजर का उपयोग करने नियमित रूप से हैंड वाश एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए गए।
ड्राईवर, हेल्परों को रिहायशी इलाकों में जाने से रोकने खदान क्षेत्रों में तीन डम्पिंग यार्ड शुरू दीपका में सिरकी मोड़, गेवरा में हेलीपेड मैदान और कुसमुंडा में लक्ष्मण मैदान में बने यार्ड गैरेज, भोजन सहित शौचालय-स्नानागार की भी व्यवस्था, लगभग एक हजार ट्रक एक साथ खड़े करने की क्षमता
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