डॉ. महंत की हसदेव जन यात्रा 14 से 24 फरवरी तक
उद्गम व संगम स्थल को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने होगा प्रयास
तटीय क्षेत्र में बसे लोगों, आदिवासियों-ग्रामीणों से भी होंगे रूबरू
कोरबा@M4S:छग कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत के द्वारा कोरिया, कोरबा व जांजगीर-चांपा जिले में बहने वाली जीवनदायिनी हसदेव नदी के उद्गम स्थल भरतपुर-सोनहत के ग्राम मेण्ड्रा से हसदेव जन यात्रा महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 14 फरवरी को प्रातरू 11 बजे से प्रारंभ की जा रही है। जन यात्रा का समापन जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम देवरी में हसदेव के संगम स्थल महानदी तट पर होगा। यात्रा के शुभारंभ अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव, सांसद पी.एल. पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कमलेश्वर पटेल, अरूण उरांव, पूर्व मंत्री रामचंद्र सिंहदेव सहित विधायकगण, कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहेंगे। हसदेव की पूजा-अर्चना उपरांत प्रारंभ जन यात्रा बैकुण्ठपुर कोरिया, कोरबा व जांजगीर जिले में व्यापक पैमाने पर 10 दिन की यह जन यात्रा पैदल, वाहन, मोटरसायकल एवं विभिन्न माध्यमों से संपन्न होगी। इस जन यात्रा का मुख्य उद्देश्य जीवन दायिनी हसदेव नदी के तट पर बसे गांव, उद्योग, हसदेव नहर के आसपास रहने वाले किसानों, आदिवासियों को नदी संस्कृति व सभ्यता के अनुसार उनके विकास, रहन-सहन को नजदीक से जानना, समझना, अध्ययन करना एवं समस्याओं का निराकरण करना है। हसदेव के उद्गम स्थल व संगम क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने की संभावनाओं को भी इस जन यात्रा के दौरान तलाशा जाएगा।
हसदेव जन यात्रा 14-15 फरवरी को सोनहत, बैकुण्ठपुर और मनेन्द्रगढ़, 16 फरवरी को चिरमिरी-खडग़ांव में भ्रमण करेगी। 16 फरवरी की शाम जन यात्रा ग्राम कोरबी से कोरबा जिले में प्रवेश कर चोटिया, गुरसिया, माचाडोली भ्रमण करेगी। 17 फरवरी को पाली-तानाखार विधानसभा, 18 फरवरी को पाली विकासखण्ड, 19 फरवरी को कटघोरा, 20 फरवरी को रामपुर विधानसभा के गांवों में जनयात्रा पहुंचेगी। 21 फरवरी को कोरबा विधानसभा के भवानी मंदिर से सर्वमंगला मंदिर हसदेव नदी तक जन पदयात्रा होगी। 22 फरवरी को जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती विधानसभा एवं 23 व 24 फरवरी को चांपा-जांजगीर विधानसभा में भ्रमण कर हसदेव के संगम स्थल ग्राम देवरी में पदयात्रा का समापन जन सभा के साथ होगा।
हसदेव के उद्गम और संगम को रमणीय बनाने प्रयास
हसदेव जन यात्रा के उद्गम स्थल मेण्ड्रा से प्रारंभ होने पर डॉ. चरणदास महंत ने कहा है कि सोनहत से 8 किलोमीटर दूर बसा यह गांव मेण्ड्रा बहुत ही वीरान था। यहां लोगों की आहट तक सुनाई नहीं पड़ती है। नक्सलियों की आहट से इंकार नहीं किया जा सकता था। इस क्षेत्र के महत्व को जानकर इसे रमणीय स्थल बनाने के लिए उनके द्वारा शिव मंदिर व सामुदायिक भवन का निर्माण उनके सांसद कार्यकाल में कराया गया। अब यहां और भी विकास एवं कार्य कराने की संभावना तलाश कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराया जाना है। डॉ. महंत कहते हैं कि हसदेव क्षेत्र को बचाये जाने और रमणीय बनाये जाने के उद्देश्य से ही हाथी अभ्यारण्य बनाकर हसदेव-अरण्य क्षेत्र में वनों की कटाई व खुलने वाले खदानों से आम जनों को होने वाले नुकसान से रोकना और हसदेव के संगम स्थल ग्राम देवरी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।