कोरबा@M4S; जिला पुलिस के ट्रेकर डाग प्रभारी की सतर्कता व साहस के कारण बड़ी अनहोनी टल गई। दरअसल पालतू कुत्ते ने घर के सामने खेल रहे बालक को दौड़ाना शुरू कर दिया। प्रभारी ने अपनी जान की परवाह किए बिना कुत्ते को पकड़ लिया। उन्होंने बालक को तो बचा लिया, लेकिन खुद गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह वाक्या शुक्रवार की शाम कोरबा-बालको मार्ग में घटित हुई। दरअसल जिला पुलिस में सुनील कुमार गुप्ता आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं। वे विभाग में ट्रेकर डाग प्रभारी के कार्य का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने स्नेफर डाग बाघा की मदद से कई गंभीर मामलों को सुलझाने में पुलिस की मदद की है। वे किसी काम से बालको गए हुए थे। जहां से काम निपटाकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर तेजी से भाग रहे 10 वर्षीय बालक पर पड़ी। उसके पीछे पालतू कुत्ता जर्मन शेफर्ड पड़ा हुआ था। पालतू कुत्ते के हमले से बालक के साथ अनहोनी घटित हो सकती थी। इसका अहसास होते ही श्री गुप्ता ने बालक को बचाने की ठान ली। वे जब तक बाइक को सड़Þक पर छोड़ पहुंचते जर्मन शेफर्ड बालक के ऊपर छलांग मार चुका था। उन्होंने बिना समय गंवाए जर्मन शेफर्ड को दबोच लिया। वे करीब 5 मिनट तक चले संघर्ष के बाद बालक को सुरक्षित बचाने में कामयाब हो गए, लेकिन पालतू कुत्ते ने श्री गुप्ता को बुरी तरह घायल कर दिया। उनके हाथ, पैर सहित शरीर के कई हिस्सों को कुत्ते ने नोंच डाला था। इस बीच कुत्ते का मालिक भी मौके पर पहुंच गया। जिसे ट्रेकर डाग प्रभारी ने समझाइश देते हुए पालतू कुत्ते को सौंप दिया। यदि ट्रेकर डाग प्रभारी थोड़ी सी देर करते तो बालक के साथ बड़ी अनहोनी घटित हो सकती थी
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