कोरबा@M4S:कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास संस्थान की डी एफ एफ टी के सोशल ऑडिट पर परिचर्चा पंचवटी विश्राम गृह में मीरा,सार्थक और एन्वॉयरनी संस्था के सयुंक्त तत्वधान में आयोजित हुई, इस परिचर्चा में समिति के साथ ही आम जनता की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई, न्यास के फंड का उपयोग कैसे और किन किन कामों में किया जाएगा इस पर विस्तार से चर्चा की। परिचर्चा में एसईसीएल के भू-विस्थापित भी मौजूद रहे जिन्होंने अपनी मांगो को लेकर समिति के समक्ष रखा।
कोरबा सहित इसके पड़ोसी जिलों के विकास में डीएमएफ फंड एक अहम भूमिका निभाता है। इस फंड का उपयोग से आम जनता के हित से जुड़े काम होते है। लिहाजा इस फंड का उपयोग कैसे करना है और किन किन कामों में खर्च करना है इस पर चर्चा करने के लिए जिला खनिज न्यास संस्थान की परिचर्चा पंचवटी के विश्राम आयोजित हुई। बैठक में आम जनता की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई। समिती के पदाधिकारियों के साथ ही भू-विस्थापितों ने भी अपनी मांगो को लेकर आवाज उठाई। एसईसीएल प्रभावित क्षेत्रों से आए लोगों ने कहा,कि डीएमएफ फंड में एक बड़ी राशि एसईसीसीएल के कोयला खदानों से जाती है लिहाजा इस राशि का उपयोग प्रभावित क्षेत्रों में विकास के रुप में किया जाना आवश्यक है।
परिचर्चा का आयोजन मीरा,एन्वॉयरनी ट्रस्ट और सार्थक संस्था के सयुंक्त तत्वाधान में हुई,झारखंड से अधिवक्ता सोनल और सार्थक के सचिव लक्ष्मी चौहान ने विस्तार से जिला खनिज न्यास संस्था के प्रभावितो के अधिकार क्या क्या है,इस पर विस्तार से चर्चा की गई,साथ ही पूरी परिचर्चा में एक्सपर्ट भी विर्चुअल रूप से जुड़ कर कोरबा के खदानों से प्रभावितो को जानकारी दी,डीएमएफ फंड की राशि किन किन मदों में आएगी इस पर भी विस्तार से चर्चा किया गया। बैठक में शामिल लोगों ने उम्मीद जताई है,कि इस राशि का उपयोग आम जनता के हित में किया जाएगा ताकी उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।