नई दिल्ली(एजेंसी)ज्योतिष शास्त्र में फलादेश की अनेक विधियां हैं। इनमें वैदिक ज्योतिष, लाल किताब और अंक विज्ञान प्रमुख हैं। ये सभी अपने-अपने स्थान पर महत्वपूर्ण हैं। जरुरत पड़ने पर इनका प्रयोग कहीं भी हो सकता है। आज हम बात करते हैं ज्योतिष के आइने में खानपान की आदत और साप्ताहिक भोजन की। भोजन सब लोग करते हैं। जब हम भोजन कर रहे हैं तो उसमें ज्योतिष के नियमों का पालन करते हुए स्वस्थ रहा जा सकता है। पं.शिवकुमार शर्मा से समझिए सात दिनों में भोजन की प्रक्रिया और उसके ज्योतिष से संबंध को।
रविवार: रविवार को सूर्य का दिन माना जाता है। सूर्य को लाल रंग की वस्तुएं अधिक प्रिय हैं। इसलिए इस दिन अपने भोजन में लाल फल, सब्जियों और दालों का समावेश करना चाहिए। जैसे फलों में सेब अनार। सब्जियों में टमाटर, गाजर, चुकंदर और दालों में मसूर, मलका और राजमा आदि। यह ध्यान रहे कि ये वस्तुएं प्रात:कालीन नाश्ता एवं भोजन में ही लेनी हैं। शाम को इच्छा के अनुसार अन्य बदलाव कर सकते हैं।
सोमवार: सोमवार चंद्रमा का दिन है। इस दिन हमें सफेद वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए। फलों में केला, अंगूर, सिंघाडा, सब्जी में आलू, अरवी, मूली, फूलगोभी, चावल, दही, खीर, खीरा और ब्रेड। दालों में उडद, धुली हुई मूंग।
मंगलवार: मंगलवार को भी रविवार की तरह लाल वस्तुओं फलों और सब्जी का प्रयोग किया जाना चाहिए।
बुधवार: इस दिन सब्जियों में हरी सब्जी का अधिक प्रयोग करें। लौकी, तोरई, भिंडी, खीरा, कटहल आदि का प्रयोग करें। फलों में अमरूद, मौसमी और तरबूज जबकि दालों में मूंग छिलका, मूंग साबुत का प्रयोग उत्तम है।
गुरुवार: इस दिन अधिकतर पीली वस्तुओं का उपयोग करें। फलों में संतरा, केला,पपीता, खरबूजा और दालों में चने की दाल, अरहर की दाल का प्रयोग करें। सब्जियों में गाजर, कढ़ी, कोफ्ते, पकोड़े और पीले चावल प्रयुक्त किए जा सकते हैं।
शुक्रवार: इस दिन सफेद वस्तुओं का प्रयोग करें। इसमें खीर, चावल, गोभी, पनीर, दाल, उडद और अरहर की धुली ही दाल प्रयुक्त करें। फलों में केला और संतरा का प्रयोग किया जा सकता है।
शनिवार: इस दिन काली या नीली वस्तुओं का प्रयोग करें। सब्जियों में बैंगन, उड़द की काली दाल, साबुत उड़द, चना, छोले का प्रयोग उत्तम रहेगा। इन सबके अलावा यदि कोई सब्जी या फल आपको पसंद है तो उसका प्रयोग आप शाम को कर सकते हैं।
नोट:ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।