कोरबा@M4S शराब दुकानों के आसपास बिकने वाला चखना काफी समय से विवाद का विषय बना हुआ है। इसे लेकर हर बार अलग कहानी बन जाती है। कई तरह के खुलासे होने पर भी तस्वीर में कोई खास बदलाव नहीं होता। भले ही शराब दुकानों के मामले में सरकार की नीति चाहे जो हो लेकिन यह दिलचस्प पहलू है कि इसकी आड़ में चखना दुकान संचालक अच्छा कारोबार कर लेते हैं। इसलिए इनके संचालन को लेकर भारी भरकम एप्रोच तक लगानी पड़ जाती है। तमाम तरह की आपत्ति और विरोध प्रदर्शन के बावजूद शराब दुकानों के आसपास चखना दुकाने आबाद है। मुड़ापार बायपास रोड में शराब दुकान के आसपास जो चकना दुकानें पहले सामने चल रही थी अब उनकी जगह बदल गई है । कारोबारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही यह बदलाव हुआ है। आबकारी विभाग के जिलाधिकारी ने शराब दुकानों के पास संचालित हो रही चकना दुकानों के बारे में बातचीत की तो उन्होंने साफ तौर पर बताया कि कहीं भी नियम विरुद्ध काम नहीं होने देंगे। इस मामले में अगर हमारे विभाग के कर्मचारी संलिप्त होंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।हालांकि इस प्रकार के मामले कोई पहली बार कोरबा जिले में नहीं आए हैं। इससे पहले भी कई तरह के खुलासे जिले में हुए हैं और इसके माध्यम से साफ हो चुका है कि यह पूरा खेल आखिर संचालित कैसे होता है। देखना होगा कि चखना दुकान चलाने वाले लोगों ने जो नए खुलासे फिलहाल किए हैं उस पर उच्च अधिकारी का क्या एक्शन होता है .