नई दिल्ली(एजेंसी):दुनिया में करोड़ों लोगों को पिछले कई महीनों से जिसका बेसब्री से इंतजार है, वह है कोरोना वायरस की वैक्सीन। कोरोना ने लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले रखा है, जिसमें से अमेरिका, भारत जैसे देश ऐसे हैं, जहां पर रोजाना हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण से निजात पाने के लिए विभिन्न देशों में वैक्सीन को लेकर काम हो रहा है। ब्रिटेन, अमेरिका, भारत समेत कई देशों में कोविड-19 वैक्सीन पर होने वाले काम को आम जनता से लेकर वैज्ञानिकों बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं। माना जा रहा है कि भारत कोरोना वैक्सीन में अहम भूमिका निभा सकता है। हाल के दिनों में देश के कई अस्पतालों में कोरोना की वैक्सीन पर ट्रायल्स भी शुरू हुए हैं। यहां हम आपको देश में चल रहे विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जानें:
एम्स, दिल्ली
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (AIIMS), दिल्ली ने सोमवार से कोवैक्सीन के ट्रायल की शुरुआत कर दी है। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए अस्पताल को कई लोगों ने फोन कॉल्स किए हैं। पहले चरण में वैक्सीन का 375 लोगों पर परीक्षण किया जाएगा, जिनमें से अधिकतम 100 लोग एम्स से हो सकते हैं। एम्स में सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसीन में प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने बताया कि पिछले दिनों ही एम्स की आचार समिति ने कोवाक्सिन का मानव परीक्षण शुरू करने की मंजूरी दी है। इस परीक्षण में स्वस्थ लोगों को शामिल किया जाएगा जिन्हें कोई और रोग नहीं है, जो कोविड-19 से पीड़ित नहीं रहे हैं और जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक तथा 55 वर्ष से कम है।
निम्स, हैदराबाद
हैदराबाद स्थित निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (निम्स) ने सोमवार को वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया है। वैक्सीन की पहली डोज अस्पताल प्रशासन की देखरेख में दो हेल्थ वॉलंटियर को दी गई। निम्स आईसीएमआर के उन 13 अस्पतालों में शामिल है, जिसे भारत बायोटेक लिमिटेड के सहयोग से क्लीनिकल ट्रायल की इजाजत दी गई है। पहले फेज में वैक्सीन की 375 लोगों पर टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद दूसरे फेज में देशभर के 875 लोग शामिल किए जाएंगे। हैदराबाद में निम्स के ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए अब तक 30 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।
कानपुर का प्रखर और गोरखपुर का राणा अस्पताल
उत्तर प्रदेश के दो अस्पताल जल्द ही भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन (कोवैक्सीन) का इंसानों पर परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं। इन दो निजी अस्पतालों के नाम कानुपर का प्रखर और गोरखपुर का राणा अस्पताल है। ये दोनों अस्पताल भी आईसीएमआर द्वारा चयनित अस्तपालों में शामिल हैं। प्रखर अस्पताल में पहले फेज में 50 लोगों पर ह्यूमन ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद दूसरे फेज में यह संख्या बढ़ाकर 150 कर दी जाएगी। वहीं, राणा अस्पताल को ह्यूमन ट्रायल शुरू करने से पहले अभी सेफ्टी सर्टिफिकेट का इंतजार है। प्रखर अस्पताल के मालिक डॉ. जेएस कुशवाहा कहते हैं कि ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए हमारे पास रोजाना बड़ी संख्या में लोगों के फोन कॉल्स आ रहे हैं।
एम्स, पटना
एम्स (पटना) में भी पिछले दिनों कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया गया था। इसके लिए काफी पहले ही सभी जरूरी तैयारी पूरी कर ली गई थीं। आईसीएमआर ने पटना एम्स समेत देशभर के 13 विशिष्ट अस्पतालों व चिकित्सकों का कोरोना वैक्सीन ट्रायल के लिए चयन किया है। इसमें सभी चयनित संस्थानों को सात जुलाई तक जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिये गए थे।
पीजीआई, रोहतक
पीजीआई के रोहतक में भारत बायोटेक ने अपने कोविड-19 रोधी वैक्सीन (कोवेक्सिन) का मनुष्य पर परीक्षण शुक्रवार (17 जुलाई) से पीजीआईएमएस में शुरू हो गया। रोहतक पीजीआईएमएस के डॉक्टरों ने बताया कि क्लीनिक ट्रायल के पहले चरण के तहत तीन लोगों को टीका दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया में छह महीने लगते हैं, लेकिन अगले दो-तीन महीने में पैदा होने वाले एंटीबॉडी से टीके के असर और अगर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तो उसके बारे में पता लगेगा। परीक्षण में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है। अब 10 लोगों को यह टीका दिया जाएगा जिनकी नियमित आधार पर निगरानी की जाएगी। दूसरे चरण में और लोगों का पंजीकरण होगा तथा टीका की खुराक भी बढ़ाई जाएगी। भारत बायोटेक को पिछले दिनों ही उसके कोरोना वायरस रोधी टीके कोवेक्सिन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए देश के दवा नियामक की मंजूरी मिली थी।
आईएमएस एंड सम, भुवनेश्वर
चिकित्सा विज्ञान संस्थान और सम (आईएमएस एंड सम) अस्पताल की विशेष प्रयोगशाला में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा तय प्रोटोकॉल के तहत बीबीवी 152 कोविड टीका या कोवैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण बुधवार से शुरू होगा। आईएमएस एंड सम के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है। आईएमएस एंड सम के डीन गंगाधर साहू ने सोमवार को संस्थान में विशेष प्रयोगशाला – निवारक और चिकित्सीय नैदानिक परीक्षण इकाई (पीटीसीटीयू) का उद्घाटन किया। प्रायोगिक प्रक्रिया पर नजर रखने वाले प्रधान अधिकारी और अस्पताल में कम्युनिटी मेडिसीन के प्रोफेसर डॉ ई वेंकट राव ने बताया कि इंसानों पर परीक्षण के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं बुधवार से यह परीक्षण शुरू होने की संभावना है।
आईसीएमआर ने 13 अस्पतालों को किया था चयन
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने पिछले दिनों कोरोना वायरस की वैक्सीन के ट्रायल को लेकर देश के 13 अस्पतालों का चयन किया था, जिसमें नामी-गिरामी अस्पताल शामिल हैं। इसमें ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, एसयूएम अस्तपाल, हैदराबाद के निम्स के अलावा दिल्ली, पटना, गोरखपुर, रोहतक, नागपुर, कानपुर, गोवा आदि के अस्पताल शामिल हैं।