कोरबा@m4s: जिले को कुष्ठ और टीबी की बीमारी से मुक्त करने विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान एक से इक्कीस दिसंबर तक चलेगी। अभियान के तहत मितानित मरीजों को तलाशने घर घर पहुंचेगे। उनके द्वारा संदिग्ध मरीजों को चिहांकित कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराई जाएगी। यदि बीमारी की पुष्टि होती है, तो उनका नि:शुल्क उपचार किया जाएगा।
जिला अस्पताल के चिकित्सक और नोडल अधिकारी डॉक्टर जीएस जात्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ को वर्ष 2023 तक कुष्ठ तथा टीबी रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए शासन की ओर से सघन जांच और जागरूकता अभियान चलाने निर्देश जारी किया गया है।
शासन से जारी निर्देशानुसार 1 से 21 दिसंबर तक कुष्ठ एवं टीबी रोग जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहक शत प्रतिशत सर्वे का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए मितानिनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मितानीन एक दिसंबर से कुष्ठ और टीबी के मरीजो को खोजने घर घर पहुंचेंगी। उनके द्वारा परिवार के प्रत्येक सदस्य की जांच की जाएगी। इस दौरान संदिग्ध मरीज मिलने पर उन्हें जांच के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा। जहां जांच में बीमारी की पुष्टि होने पर नियमानुसार मरीजों को उपचार मुहैया कराया जाएगा, ताकि वे बीमारी से निजात पा सकें। इस अभियान में स्वास्थ्य अमला शामिल होगा। विभागीय स्तर पर बीएमओ के अलावा तमाम अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्हें सर्वे कार्य में पूरी तरह गंभीरता बरतने दिशा निर्देश जारी किया गया है, ताकि शत प्रतिशत सर्वे का काम पूरा किया जा सके। यह अभियान पूरे जिले में एक साथ चलाई जाएगी।