ढोल और मांदर की थाप पर झूमे लोग
आठ सौ से ज्यादा लोक कलाकारों ने दी प्रस्तुति
जगदलपुर@M4S: जगदलपुर के कुम्हरावंड स्थित कृषि महाविद्यालय की फिजा आज बिल्कुल अलग थी। पूरे मैदान में पारम्परिक वेशभूषा और वाद्ययंत्रों के साथ नृत्य करते सैकड़ों आदिवासियों ने बस्तर की संस्कृति का ऐसा रंग बिखेरा कि दर्शक भी झूम उठे। यह अवसर था संभाग स्तरीय नेशनल ट्राईबल डांस फेस्टिवल का। बस्तर में इसे बस्तर कार्निवाल के रूप में आयोजित किया गया। आज दोपहर ढाई बजे जैसे ही बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, सासंद दीपक बैज, विधायक चंदन कश्यप और बस्तर संभाग के कमिश्नर अमृत कुमार खलखो ने फेस्टिवल का शुभारंभ किया, ढोल और मादर की थाप पर लोग थिरकने लगे। इस फेस्टिवल में बस्तर संभाग के सभी सातों जिले के 21 नृतक दलों के लगभग आठ सौ कलाकारों ने भाग लिया। लोकनर्तकों द्वारा परम्परागत आकर्षक परिधानों से सज धजकर धुरवा नृत्य, मादरी, भतरा नाट, मुण्डा नाचा, सुआ नृत्य, गौरनृत्य, परब नृत्य, धोड़ोन्द्री नाचा, डण्डारी, गेड़ी नृत्य आदि की शानदार प्रस्तुति दी। कलेक्टर कोंडागांव श्री नील कंठ टेकाम भी पूरे समय कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण उपस्थित थे।