कटघोरा@m4s:एक के बाद 27 मरीजो की पुष्टि के दौरान कटघोरा शहर अन्य दूसरे शहरों से पूरी तरह अलग-थलग हो चुका था. आलम यह था कि दीगर जिले के व्यापारियों ने भी कटघोरा में सामानों की आपूर्ति से हाथ खड़े कर दिए थे पर फिर भी जिला कलेक्टर ने राशन सामानों की कमी नही होने दी. उनकी टीम ने शहरवासियों के बुनियादी जरूरतों का पूरा ख्याल रखा ताकि बिगड़ते हालात के बीच आम इन्तज़ाम बहाल रहे.
राशन, दूध और सब्जियों से अलग अगर बात आम दवाओं या जीवन रक्षक दवाओं की करे तो शहर में इसकी आपूर्ति भी निर्बाध तरीके से होता रहे जिला कलेक्टर ने यह सुनिश्चित किया. उन्होंने दवा विभाग को इस बात के स्पष्ट निर्देश दिए थे कि शहर के मेडिकल दुकानों में खत्म हो रहे मेडिसिन के स्टॉक को कायम रखा जाए. ताकि आम लोगो को किसी भी तरह की परेशानी से ना गुजरना पड़े.
इस पूरे जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाने का बीड़ा जिले के दवा निरीक्षक श्री सुनील सांडे ने उठाया. उन्होंने ड्रग विभाग व जिला कलेक्टर के निर्देश पर खुद के साधनों से दवाओं की सप्लाई जारी रखी. वे पूरे लॉकडाउन के दौरान शहर में कैम्प किये हुए थे और दवा दुकान संचालकों से सम्पर्क बनाये हुए थे. इस दौरान ज्यादातर दवाएं तो उपलब्ध थी लेकिन ऐसे दवा जो अनुपलब्ध थे उनकी सप्लाई उन्होंने खुद सुनिश्चित किया.
उन्होंने बताया कि दवा दुकान संचालकों की मांग पर उन्होंने बड़ी मात्रा में जेनेरिक, अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाइयां उनतक पहुंचाया. वे हर दिन उनके स्टॉक का मूल्यांकन कर रहे थे. विशेष ऑर्डर और जरूरी ऑर्डर के लिए उन्हें पड़ोसी जिले बिलासपुर, रायगढ़ और जांजगीर भी जाना पड़ा. उनका प्रयास था कि दवाओं के लिए कोई भी उधर उधर ना भटके और लॉकडाउन का पालन भी शत प्रतिशत हो.
श्री सांडे ने शहर के जिला कलेक्टर, जिला एसपी व स्थानीय प्रशासन समेत शहर के मैडिकल दुकान संचालक, स्काउड गाइड व वोलेंटियर्स का आभार जताया. उन्होंने बताया कि संकट के दौर में भी संचालकों ने जिस तरह का धैर्य दिखाया और लोगो की जरूरतों को पूरा करने में उनके और विभाग का सहयोग किया वह प्रशंसनीय है. वोलेंटियर्स और स्काउड गाइड ने घरों तक सप्लाई सुनिश्चित की वह काफी मददगार साबित हुआ. जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की अगुवाई में दवा व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रही इस बात की खुशी समूचे कटघोरा क्षेत्र के लोगो को है.
ड्रग इंस्पेक्टर ने आने वाले दिनों में मेडिकल दुकान संचालकों को विशेष राहत देने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि सिर्फ लॉकडाउन ही नही बल्कि इस कोरोना संकट के बाद वही उनका विभाग संचालकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता रहेगा. शहर में जिस तरह अबतक इन्तज़ाम देखे गए है वह आगे भी जारी रहेगा. किसी भी तरह की दवा की कमी यहां ना होने पाए इसके लिए जिला कलेक्टर व विभाग प्रमुख की अगुवाई में उनका काम जारी रहेगा.