कोरबा@M4S:डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ते हुए ऑनलाइन खरीदी से छोटे-बड़े व्यवसायियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है, अब छोटे शहर के भी व्यापारियों पर इसका असर पडने लगा है। ऑनलाइन बाजार के खिलाफ व्यवसायियों ने कन्फेडरेशन ऑफ ट्रेड कैट के बैनर तले विरोध करते हुए कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
पूरे देश में व्यवसायी ऑनलाइन बाजार के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे हैं और इस व्यवसाय पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे हैं। खास तौर पर ऑनलाइन मार्केट के दो प्रमुख अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है। पिछले दिनों पावर हाउस रोड स्थित एसएस प्लाजा में कन्फेडरेशन ऑफ ट्रेड कैट व जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले धरना दिया गया। कैट ने अब अपने आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ज्ञापन सौंपा। कैट के वरिष्ठ पदाधिकारी व चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने बताया कि कैट के बैनर के तले पूरे प्रदेश में एक साथ विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज महानगरों में तो ऑनलाइन व्यवसाय चल रहा है, इससे व्यवसाय नष्ट हो गया है और अब छोटे शहरों में भी पारंपरिक बाजार खत्म होने की कगार पर है। लोग लगातार ऑनलाइन सामानों की खरीदी-बिक्री कर रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि खाने-पीने का सामान भी ऑनलाइन डिलीवर किया जा रहा है। इसका सीधा खामियाजा नगर के छोटे व मध्यम वर्गीय व्यवसायियों को भुगतना पड़ रहा है। रामसिंह ने बताया कि कैट के बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन के दूसरे चरण में ज्ञापन सौंपा गया है। केंद्र सरकार यदि इस मसले पर सार्थक पहल नहीं करती है तो बैठक कर आंदोलन की अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस आंदोलन की शुरुआत दिल्ली से हुई और धीरे-धीरे पूरे देश में इसे चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घर बैठे ही खरीदी करने से आम उपभोक्ता और महिलाएं दुकानों तक नहीं पहुंच रहे हैं। ऑनलाइन बाजार लगातार लोगों के साथ ठगी भी कर रहा है, बावजूद खरीदार गैर पारंपरिक बाजार की तरफ रुख किए हुए हैं। इस मौके पर सत्येंद्र वासन, आरपी तिवारी, संतसेवक गुप्ता, जगदीश सोनी, अनिल वासन, हरिराम समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।