कोरबा@M4S:एसईसीएल के कुसमुंडा खदान में मंगलवार की शाम फिर एक हादसा हुआ, जिसमें एक मजदूर की जान चली गई। एक माह पूर्व हुए हादसे से कंपनी ने सबक नहीं लिया। बुधवार को हादसे के बाद बंकर का काम बंद रहा। साथ ही कार्यालय से अफसर भी नदारद रहे।
कुसमुंडा खदान में नियोजित सामनता कंपनी के बनाए बंकर में मंगलवार की दोपहर मजदूर महावीर सिंह कंवर कार्य करने के लिए चढ़ा था। ऊंचाई पर कार्य करते समय वह असंतुलित होकर नीचे गिर गया। खास बात यह है कि मजदूर ने सेफ्टी बेल्ट भी पहन रखा था। इसके बाद भी वह नीचे कैसे गिरा यह जांच का विषय है। जिससे गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक मजदूर कुसमुंडा के ही चुनचुनी बस्ती का रहने वाला था। कुसमुंडा खदान में लगातार इस तरह के हादसे हो रहे हैं। सूत्रों की माने तो प्रबंधन व ठेका कंपनियों द्वारा सुरक्षा में बढ़ती जा रही लापरवाही इसकी मुख्य वजह है। 4 माह पहले मानिकपुर खदान में हुए हादसे में कर्मचारी की मौत के मामले में मंगलवार को एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही पर एफआईआर दर्ज हुआ है। निश्चित ही कुसमुंडा में हुए हादसे के बाद वहां भी लापरवाही के लिए जिम्मेदार होने पर अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है।
लोग जता चुके हैं विरोध
कुसमुंडा खदान के समानता कंपनी द्वारा बनाए जा रहे बंकर का विरोध स्थानीय ग्रामीण भी कर चुके है। लोगों का कहना है कि जिस स्थान पर बंकर का निर्माण कार्य चल रहा है। उसके नीचे से आम रास्ता बना हुआ है। जिससे होकर स्कूली बच्चे व ग्रामीण आना जाना करते है। निर्माण के दौरान अगर कोई भारी भरकम वस्तु मार्ग से गुजर रहे व्यक्ति पर गिर जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है। इसे लेकर लोग अन्य मार्ग की व्यवस्था की मांग कर चुके है। इसके बावजूद भी कंपनी प्रबंधन गंभीर नहीं हुआ।
पहले भी हो चुकी है घटना
बंकर निर्माण के दौरान हादसे का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी गत माह दो मजदूर ऊंचाई पर काम करने के दौरान हादसे का शिकार हो गए थे। जिसमें एक मजदूर की जान चली गई थी। प्रबंधन के अफसरों की लापरवाही के कारण लगातार हादसे हो रहे है।