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कोरबा@m4s: अंबिकापुर स्थित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के स्पेशल न्यूबॉर्न केअर यूनिट में चार बच्चों की मौत का मामला गरमाया हुआ है। रात्रि में बिजली गुल होने के बाद वैकल्पिक सिस्टम के काम नहीं करने से यह घटना हुई। जिसे लेकर जिले की व्यवस्था की पड़ताल की जा रही हैं। कोरबा जिला अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि स्थानीय व्यवस्था बेहतर है।
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नवजात शिशुओं के मामले में हर स्तर पर सतर्कता बरतने पर जोर दिया जाता है ताकि उनके साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना होने पाए। थोड़ी सी भी समस्या होने पर ऐसे मामलों को स्पेशल न्यूबर्न केयर यूनिट के हवाले कर दिया जाता है। एसएनसीयू के नाम से पहचानी जाने वाली इस व्यवस्था में कई मौकों पर घटनाएं हो जाती हैं और यह बड़ा मुद्दा बन जाती हैं। कोरबा के सरकारी मेडिकल हॉस्पिटल में एसएनसीयू का संचालन काफी समय से हो रहा है। सरगुजा में हुई घटना का जिक्र करने के साथ मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अविनाश मेश्रम ने बताया कि फिलहाल यहां पावर सप्लाई बेहतर है और इससे कनेक्टिंग सब्सीट्यूट को भी हमने सही स्थिति में रखा है। कुल मिलाकर प्राथमिकता इस बात की है कि यहां पर अप्रत्याशित घटना ना होने पाए।याद रहे 3 दिन पहले अंबिकापुर स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एसएनसीयू वार्ड में चार बच्चों की मौत तब हो गई जब आधी रात को एकाएक बिजली गुल हो गई और यहां ज्यादातर से बैकअप नहीं मिला। घटनाक्रम को लेकर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने जांच समिति गठित की हैं। इसी के साथ मामले में जवाबदेही तय करने के साथ आगे की कार्रवाई करने की भी बात कही है।