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कोरबा@m4s: नवंबर में एसईसीएल के कोयला उत्पादन में सुधार हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस साल नवंबर में कंपनी ने खनन में 19.4 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की है।हालांकि अभी भी कोयला उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करना एसईसीएल के असान नहीं है।
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एसईसीएल की ओर से बताया गया है कि नवंबर माह में गेवरा, दीपका और कुसमुंडा सहित अन्य कोयला खदानों से 14.6 मिलियन टन कोयला खनन किया गया है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 12.2 मिलियन टन कोयला खनन किया गया था। खनन के साथ- साथ कोयला परिवहन में भी थोड़ी तेजी आई है। नवंबर में 13.9 मिलियन टन कोयला रेल या सड़क मार्ग के रास्ते कोयला अलग अलग स्थान पर भेजा गया है। पिछले साल इसी अवधि में 13.4 मिलियन टन परिवहन हुआ था। खनन और परिवहन में बढ़ोत्तरी की बड़ी वजह कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की तीनों मेगा प्रोजेक्ट हैं। नवंबर में तीनों प्रोजेक्ट से कंपनी की उमीद के अनुसार खनन हुआ है।चालू वित्तीय वर्ष में एसईसीएल के समक्ष 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। इसका पीछा करते हुए कंपनी ने 89.9 मिलियन टन कोयला खनन किया गया है। इसमें कोरबा कोल फील्ड से लगभग 70 मिलियन टन कोयला खनन भी शामिल है। लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कंपनी के पास दिसंबर से मार्च का समय बेहद महत्वपूर्ण है। इस अवधि में लगभग 92 मिलियन टन कोयला निकालना है।अप्रैल से नवंबर तक कोल इंडिया के खनन में 17.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चाल वित्तीय वर्ष में 524.20 मिलियन टन (एमटी) हो गया है। जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 447.54 मिलियन टन का उत्पादन हुआ था। कोल इंडिया लिमिटेड के लिए कोयले का उत्पादन वित्त वर्ष, 23 के नवंबर तक 412.63 मीट्रिक टन दर्ज किया गया था जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान उत्पादन 353.41 मीट्रिक टन था।