कोरबा@M4S:भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग को अपने जीवन के 30 बहुमूल्य वर्ष देने वाले एल्यूमिनियम धातु विशेषज्ञ अभिजीत पति ने आज भारतएल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको)BALCO BHARAT ALLUMINIUM COMPANY LIMITED का कार्यभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने अपनी विशेषज्ञता और उच्चकोटि के प्रबंधन से जहां वेदांता समूह के झारसुगुड़ा स्थितएल्यूमिनियम संयंत्र को नई ऊंचाइयों पर स्थापित किया वहीं झारसुगुड़ा संयंत्र के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक विकास को नए आयाम दिए।
अभिजीत पति का अकादमिक परिचय – 1 जनवरी, 1964 को जन्मे शिक्षा विशेषज्ञ पिता की संतान श्री अभिजीत पति कलकत्ता विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग(ऑनर्स) की डिग्री स्वर्ण पदक के साथ हासिल की। इंटरनेशनल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली से उन्होंने स्वर्ण पदक के साथ एम.बी.ए. किया।
एल्यूमिनियम उद्योग में श्री अभिजीत पति का योगदान – श्री पति ने वर्ष 1989 में अपने कैरियर की शुरूआत भारतीय एल्यूमिनियम कंपनी में इंजीनियर के रूप में की। यहकनाडा की प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी एलकैन की सहयोगी कंपनी है। उन्होंने आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी इनडाल/हिंडाल्को, हीराकुंड में कार्य करते हुए अपनीनेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए एल्यूमिनियम व्यवसाय के अग्रणी विशेषज्ञ के तौर पर पहचान बनाई।
वर्ष 2008 तक श्री पति बिड़ला समूह से उपाध्यक्ष के तौर पर जुड़े रहे। वर्ष 2008 में दुनिया की अग्रणी प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता समूह ने उन्हें अपने झारसुगुड़ा स्थितग्रीनफील्ड एल्यूमिनियम एवं पावर कॉम्प्लेक्स के मुख्य प्रचालन अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया। एक ही स्थान पर दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमिनियम उत्पादक इकाई केतौर पर पहचाने जाने वाले झारसुगुड़ा इकाई में काम करते हुए श्री पति को 16 मार्च, 2015 में वेदांता लिमिटेड (एल्यूमिनियम व्यवसाय) का अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारीअधिकारी नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में वेदांता लिमिटेड, झारसुगुड़ा वैश्विक एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनियों के प्रतिष्ठित ‘मिलियन टन क्लब’ में शामिल हो गया। श्रीपति वेदांता समूह की वरिष्ठ एक्जेक्यूटिव्ह कमिटी के सदस्य हैं जो वेदांता समूह के वैश्विक प्राकृतिक संसाधन व्यवसाय को अग्रणी बनाए रखने के लिए दृढ़संकल्प है।
श्री पति की उपलब्धियों पर एक नज़र – भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तनों एवं विकास में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए देश के विभिन्न उद्योगों औरशैक्षणिक संगठनों ने श्री पति के योगदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। श्री पति को हीराकुंड एल्यूमिनियम स्मेल्टर के कायाकल्प के लिए ग्रुप चेयरमैन श्री कुमारमंगलमबिड़ला से वर्ष 2006 में ‘एक्ससेप्शनल कॉन्ट्रिब्यूटर अवार्ड’ प्राप्त हुआ। इसके साथ ही हीराकुंड स्मेल्टर के लिए उन्होंने वर्ष 1999 में ‘ब्रिटिश शोर्ड ऑफ ऑनर’ हासिल किया।
अलौह खनिज एवं धातुओं पर आयोजित 20वें राष्ट्रीय कॉन्फरेंस में उन्हें ‘टेक्नोलॉजिकल एक्सीलेंस अवार्ड 2016’ से नवाजा गया। 8वें तथा 9वें एन्यूअल इंडिया लीडरशिपकॉन्क्लेव एंड इंडियन अफेयर्स बिजनेस लीडरशिप अवार्ड्स की ओर से लगातार दो वर्षों तक ‘इंडिया अफेयर्स प्रोफेशनल सी.ई.ओ. ऑफ द ईयर’ के तौर पर सम्मानित कियागया।
ओडीशा कल्चरल फाउंडेशन की ओर वर्ष 2017 में आयोजित तीसरे कॉरपोरेट एक्सीलेंस अवार्ड समारोह में श्री पति को ‘बेस्ट सी.ई.ओ. ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार दिया गया।
प्रमुख समितियों के सदस्य – श्री पति एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में पी.ए.टी. योजना के तहत भारतसरकार द्वारा गठित भारतीय-जापानी सहयोग संगठन के भारत सरकार द्वारा नियुक्त नामित प्रतिनिधि हैं। फिक्की ओडीशा स्टेट कांउसिल के सह अध्यक्ष के तौर पर उन्होंनेजिम्मेदारी निभाई। बी.पी.यू.टी., ओडीशा के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में उन्होंने तीन वर्षों के लिए नामित सदस्य के तौर पर कार्य किया। वे अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीयएल्यूमिनियम संगठनों के सक्रिय सदस्य हैं।