न्यूज़ डेस्क@M4S:सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। इसमें देशभर के 4800 सांसद और विधायक भाग लेंगे। एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा आमने सामने हैं।
यशवंत के समर्थन में ये पार्टियां
वहीं यशवंत सिन्हा को जो पार्टियां सपोर्ट कर रही हैं उनमें कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी, टीएमसी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, सीपीआई (एम), अखिलेश यादव की सपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, एआईएमआईएम, आरजेडी, एआईयूडीएफ और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी शामिल है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सबसे पहले विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार की बात रखी थी। यशवंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण का नाम पहले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए आगे लाया गया था लेकिन बाद में यशवंत सिन्हा का नाम फाइनल हुआ।
मुर्मू की जीत ऐतिहासिक इसलिए होगी क्योंकि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद कई रेकॉर्ड बन जाएंगे। वह पहली ऐसी राष्ट्रपति होंगी जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ है। 64 साल की उम्र में वह राष्ट्रपति बनेंगी और वह पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।
आइए जानते हैं कि आखिर वोटिंग कैसे होगी
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग संसद भवन और विधानसभा में सुबह 10 से शाम 5 बजे की बीच होगी। कोई भी पार्टी अपने सांसदों और विधायकों के लिए विप नहीं जारी कर सकती है। सेक्रेट बैलेट के जरिए वोटिंग होगी।
चुनाव आयोग ने वोटिंग की गोपनीयता बनाए रखने के लिए एक खास पेन का इंतजाम किया है जिससे वे अपने पसंद के प्रत्याशी को मार्क कर सकेंगे। चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक सांसदों को हरे रंग का बैलट और विधायकों को गुलाबी रंग का बैलट मिलेगा। राज्यों के हिसाब से विधायकों के वोट की वैल्यू डिसाइड होगी। यूपी के विधायकों की वैल्यू 208 है वहीं झारखंड और तमिलनाडु की 176. 21 जुलाई को वोटों की गिनती होगी।