कोरबा@m4s: दर्री में मंगलवार की शाम दवा कारोबारी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। उसके मोबाइल पर उस दिन आत्महत्या से पहले 40 मिस कॉल आए थे। परिजन ने कर्जदारों की धमकी व प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या करने की आशंका जताई है। पुलिस मामले में जांच-पड़ताल कर रही है।
दर्री थाना के साडा कॉलोनी जमनीपाली निवासी दवा कारोबारी हितेश पांडेय (36) ने मंगलवार को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की। सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची दर्री पुलिस ने वहां सुसाइड नोट बरामद किया। इसमें हितेश ने आत्महत्या का जिम्मेदार स्वयं को बताया। हालांकि मामला कर्ज से जुड़ा होने के कारण पुलिस सुसाइड नोट के साथ ही हितेश का मोबाइल जब्त कर जांच-पड़ताल कर रही है।परिजन के मुताबिक हितेश का दवा कारोबार ठीक चल रहा था। उसकी मेडिकल एजेंसी से कोरबा समेत दूसरे जिलों के मेडिकल स्टोर में दवाइयां सप्लाई की जाती थी। उसने करीब साल भर पहले अपने पैसे इन्वेस्ट करने के बहाने अनाप-शनाप खर्च करने लगा। अपनी मां के अकाउंट में जमा पैसों को भी उसने निकाल लिया। कर्जदारों के परेशान करने पर सट्टेबाजी में पैसा लगाने की बात कही। उसने दूसरे कारोबारियों समेत अन्य से भी कर्ज लिया था। संभवत: वह सूदखोरी के जाल में फंस गया था।
आत्महत्या से पहले हितेश के मोबाईल पर थे 40 मिस कॉल दवा कारोबारी की मौत में आया नया मोड़
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