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कोरबा@M4S:कोरबा के बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीषीटर बनवारी गोंड को मौत के घाट उतारने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वारदात की वजह शराब का नशा और धार्मिक कार्यक्रम में जूता-चप्पल पहनकर जाने को माना जा रहा है। जिससे मृतक और आरोपियों के बीच विवाद हुआ था। पकड़े गए सभी आरोपी बल्गी के हैं जिनमें से एक के खिलाफ बांकीमोंगरा थाना में मारपीट और चोरी के 8 मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जिन लोगों ने बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र के में रहने वाले लोगों को आतंकित करने वाले बनवारी गोंड को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया। बनवारी गोंड बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र के लोगों के लिए एक जाना पहचाना नाम है जिसके आपराधिक प्रकरणों के उनका जीना मुहाल हो गया था यही वजह है,कि पांच लोगों ने उसे मौत के घाट उतारा दिया। यह सनसनीखेज वारदात 25 नवंबर की रात सामनेे आई जब बल्गी निवासी गजपती,मनोज,प्रदीप नवीन व एक अन्य नाबालिग ने बनवारी की सांसे छीन ली। वारदात से पहले आरोपियों ने नदी किनारे छककर शराब पी थी। नशे में मदहोश होने के बाद सभी बस्ती में आयोजित नवधा रामायण के कार्यक्रम में जूता-चपल पहनकर घुस गए थे। इसी बात को लेकर बनवारी की पांचो के साथ विवाद हुआ था। तात्कालीन समय में विवाद थम गया था लेकिन शाम को बाजार के पास जब पांचो फिर से शराब पी रहे थे तब बनवारी अपनी बाईक से वहां पहुंचा और पांचो के साथ उसी बात को लेकर विवाद करने लगा। फिर क्या था पांचो के सर पर नशे का सुरुर तो चढ़ा ही था सभी ने मिलकर बनवारी की निर्ममता से हत्या कर फरार हो गए.
बनवारी के खिलाफ पांचो कितने आक्रोषित थे इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है,कि बनवारी के सीने में उन्होंने चाकू के 25 से 26 वार किए। इतने से उनका मन नहीं भरा तब सर और चेहरे को पत्थर से कुचल दिया। जिससे बनवारी की सांसे मौके पर ही उखड़ गई। हत्या के वारदात में गिरफ्तार नवीन कश्यप भी आपराधिक प्रवृत्ती का था। बांकीमोंगरा थाने में उसके खिलाफ मारपीट और चोरी के करीब आठ प्रकरण दर्ज है वहीं बनवारी गोंड के बारी में तो सभी के पता है जिसके खिलाफ हाफ मर्डर सहित दूसरे अपराधों के करीब दो दर्जन मामले थाने में दर्ज है। बताया जा रहा है,कि क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम करने की लड़ाई थी दोनों के बीच बलवती थी। एक तरह से वारदात की यह भी वजह पुलिस बता रही है। बांकीमोंगरा क्षेत्र के हिस्ट्री शीटर बनवारी कटघोरा उपजेल ब्रेक की घटना में बनवाली शामिल रहा। इसके अलावा उसके खिलाफ 15 आपराधिक मामले पंजीबद्ध है,एक बार जिला बदर की भी कार्यवाही हो चुकी थी,मृतक बनवारी गोंड क्षेत्र में किस तरह से आतंक का पर्याय बना हुआ था इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है,कि जब उसकी हत्या की जा रही थी तब उसकी आवाज आसपास के लोगों ने भी सुनी थी लेकिन उसे बचाने कोई नहीं आया। एक तरह से उसके आतंक से मुक्ति मिलने के सुखद अहसास के कारण भी लोग उसकी रक्षा के लिए आगे नहीं आए। पुलिस का मानना है,कि गवाहों के बयान के बाद आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है।बहरहाल बनवारी गोंड का अब अंत हो चुका है। और लोगों को उसके आतंक से मुक्ति भी मिल चुकी है। लेकिन उसके खून से अपने हाथ रंगने वाले पांच लोग अब पुलिस की गिरफ्त में पहुंच गए हैं। हत्या की सजा तो उन्हें भुगतनी ही पड़ेगी।