कोरबा@M4S:आयुष्मान भारत के तहत अब आभा (आयुष्मान भारत हॉस्पिटल हेल्थ एकाउंट) बनाना है। अब जो भी लोग यह कार्ड बना रहे हैं, उन्हें नए फार्मेट के अनुसार कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। पहले 16 डिजिट का नंबर हुआ करता था, अब 6 में पहुंच गया है। अब इस फार्मेट में आने में इसका उपयोग किसी भी प्रदेश में जाकर इलाज करा सकेंगे। डिजीटल पहचान-पत्र की तरह यह कार्ड होगा। इसमें आईडी में ही बीमारी से लेकर व्यक्ति के स्वास्थ्य की हर जानकारी रहेगी।
आयुष्मान के मेडिकल डेटा देखने उन्हें आपकी सहमति की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए उन्हें कार्ड या ओटीपी की जरूरत होगी। व्यक्ति की सहमति पर ही देखा जा सकेगा, ताकि पेसेंट की प्राइवेसी बनी रहे। इस कार्ड का उपयोग लोग किसी भी राज्य में कर सकेंगे। इसमें बीपीएल परिवारों को 5 लाख रुपए तक का और 50 हजार रुपए सामान परिवारों को इलाज के लिए खर्च सरकार देती है। राज्यों जैसी स्कीम लागू होगी, उस तरह से यह लागू होता है।अब केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है। इसमें ऑनलाइन सेतु पोर्टल से भी जाकर भी सेल्फ रजिस्ट्रेशन कराकर आयुष्मान कार्ड खुद और परिवार का बना सकते हैं। इसे आयुष्मान कार्ड के लिए पेपर डाउनलोड करने के बाद इसका उपयोग किया जा सकता है।डिजिटल हेल्थ कार्ड एक तरह का आईडी कार्ड है, जो आपका डिजीटल पहचान-पत्र होता है। इसमें मेडिकल रिकॉर्ड सेव रहेंगे। यानि एक ही जगह पर आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री डिजिटली सेव हो जाएगी। अक्सर लोगों के पुराने मेडिकल रिपोर्ट्स या ट्रीटमेंट से रिलेटेड डॉक्यूमेंट्स गुम जाते हैं या घर से निकलते समय वो इसे ले जाना भूल जाते हैं।
अब पोर्टल से खुद बना सकेंगे आयुष्मान कार्ड
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