कोरबा@M4S: स्थानीय आवक शुरू होते ही सब्जी के दामों में गिरावट होने लगी है। स्थिति यह हैं कि 15 दिन में सब्जियों के दामों में 40 से 50 फीसदी की गिरावट आई है।भरपूर मात्रा में लोकल आवक होने से इन दिनों सब्जियों के दाम कम हुए हैं, जिससे रसोई का बजट कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। टमाटर और लौकी 10 रूपए किलो मिल रही है।
मेथी, मूली, बैंगन, टमाटर व पालक और लौकी की स्थानीय आवक शुरू हो गई है। मटर की स्थानीय आवक शुरू नहीं हुई है, लेकिन बाहरी आवक बढऩे से मटर पूर्व में 80 से 100 रुपए प्रतिकिलो बिक रही थी। वह फिलहाल 40 से 50 के मध्य बिकना शुरू हो गई है।अगस्त महीने में हुई लगातार बारिश कारण क्षेत्र में लगी सब्जी की फसल खराब हुई थी, जिसके कारण लोकल आवक बहुत कम हो जाने से सब्जियों के दाम एक के बाद एक बढ़ गए थे।क्षेत्र के किसान अपनी सब्जियां यहां की थोक मंडी में बेचते हैं। जहां से नगर सहित आस पास के गांव के सब्जी विक्रेता चिल्हर बेचने के लिए सब्जी ले जाते हैं। लंबे समय तक बैंगलोर से आने के कारण टमाटर 50 रुपए किलो तो सभी सब्जियां 40 रुपए किलो व उससे ऊपर बिक रही थी।पैदावार अधिक होने से चिल्हर में टमाटर 10 रुपए किलो बिक रहा है। वहीं नगर सहित क्षेत्र के गांवों व शहर से लगे क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में सब्जियों के पैदावार होने से सभी सब्जियों के दाम कम हुए हैं।आगामी दिनों में स्थानीय आवक शुरु होने जाने से दामों में और भी गिरावट होने की संभावना है। सब्जियों के दामों में गिरावट से परिवारों को महंगाई से राहत मिली है। पहले मटर फुटकर में 80-100 रुपए किलो बिक रही थी। अब 40 से 50 रुपए किलो भाव है। इसी तरह लौकी, मैथी, आलू, प्याज, टमाटर, मूली, गाजर, खीरा, गोभी, पत्तागोभी लोकल आवक होने से फुटकर में 10 से 30 रुपए प्रतिकिलो मिल रहे हैं। जानकारों के अनुसार कीमतों में और गिरावट की संभावना है।