मौलाना आजाद व डॉ खुबचंद बघेल की पुण्यतिथि , कस्तुरबा गांधी की जयंती कार्यक्रम मनाया गया।

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कोरबा@M4S:जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर द्वारा कांग्रेस कार्यालय टी.पी.नगर कोरबा में आज मौलाना आजाद एवं डॉ खुबचंद बघेल जी की पुण्यतिथि तथा कस्तुरबा गांधी जी की जयंती कार्यक्रम मनाया गया।
कार्यक्रम के शुरूवात में मौलाना आजाद, डॉ. खुबचंद बघेल एवं कस्तुरबा गांधी के तैलचित्र में माल्यापर्ण कर उन्हे श्रद्धांजलि दी और उनके जीवनी पर प्रकाश डाला।
पूर्व सभापति संतोष राठौर ने डॉ. खुबचंद बघेल के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. खुबचंद बघेल 1930 में असहयोग आंदोलन के दौरान शासकीय नौकरी छोड़कर सविनय अवज्ञा आंदोलन में शामिल हो गये। 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रियता से भाग लिया । उन्होने आगे बताया कि 1951 मंे विधानसभा के लिए एवं 1967 में राज्यसभा के लिए चुने गये। डॉ. बघेल ने पृथक छत्तीसगढ़ विचारधारा को जनआंदोलन का रूप देने का प्रयास किया। जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश कुमार अग्रवाल ने मौलाना आजाद को याद करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डाला श्री अग्रवाल ने कहा कि मौलाना आजाद कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। मौलाना आजाद भारत की आजादी के बाद महत्वपूर्ण राजनीतिक रहे तथा महात्मागांधी के सिद्धांतो का वे समर्थन करते थे।
महिला कांग्रेस राजीव गांधी संगठन के कोरबा शहर अध्यक्ष सुनीता तिग्गा ने कस्तुरबा गांधी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कस्तुरबा गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धर्मपत्नी थी जिनका भारत के स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पढ़ी लिखी नहीं थी लेकिन उनके अंदर अच्छे बुरे को पहचानने का विवेक था। उन्होने ताउम्र देश की आजादी और सामाजिक उत्थान में बहुमूल्य योगदान दिया है।ं
आयोजित कार्यक्रम में जयपुरिया अग्रवाल, क्रांति सोनी, सुलोचना महंत ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन कार्यालय प्रभारी सुरेश कुमार अग्रवाल ने किया।

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