मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश

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कोरबा@M4S:कोरबा पुलिस ने बाजारो में मोबाइल चोरी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दा फाश किया है,क्राइम ब्रांच और सी एस ई बी पुलिस ने मोबाइल चोर गिरोह के एक नाबालिग सहित चार सदस्यों को ग्रिफ्तार कर उनके कब्ज़े से ३४ नग मोबाइल जब्त किया है,
झारखण्ड से ऑपरेट हो रहे इस गिरोह में चोरों को वेतन पर रखा गया है जो चांपा के लॉज को अपना बसेरा बनाये हुए थे। चोरी में युवकों के साथ-साथ नाबालिग का भी सहयोग इस गिरोह के द्वारा लिया जा रहा है।
शहर के बुधवारी, मुड़ापार के अलावा अन्य साप्ताहिक बाजारों में खरीददारी करने पहुंचने वालों के मोबाइल पलक झपकते चोरी होने की घटनाएं बढ़ रहीं थी। मामलों में शिकायत दर्ज कर पतासाजी का सिलसिला जारी था। इस बीच पुलिस को 15 अक्टूबर की शाम सूचना मिली कि चांपा के एक लॉज में ठहरे कुछ लोग कोरबा से अंबिकापुर होते हुए झारखण्ड भागने की फिराक में हैं और इनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। सूचना पर पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, एएसपी जयप्रकाश बढ़ई के निर्देशन व कोरबा सीएसपी मयंक तिवारी के मार्गदर्शन में पुलिस की टीम ने चांपा में दबिश देकर एक नाबालिग सहित चार लोगों को धर दबोचा। इनमें बंकी ऊर्फ बंकीन कुमार मंडल , प्रेम कुमार रिखयासन और अमित कुमार कर्माकर जिला साहेबगंज झारखंड व 10 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। बंकीन मंडल के पास से 18 मोबाइल 2 एटीएम कार्ड, प्रेम कुमार से 9 मोबाइल व अमित कुमार से 7 नग मोबाइल जब्त किया गया। पूरे मामले का खुलासा करते हुए सीएसपी मयंक तिवारी ने बताया कि ये सभी मोबाइल चोरी करने हावड़ा होते हुए ट्रेन से चांपा पहुंचे थे। चांपा स्थित एक लॉज में टूरिस्ट व काम की तलाश में आना बताकर किराए से कमरा लेकर पिछले एक माह से रहकर अकलतरा, जांजगीर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, कोरबा जिले के उरगा, बुधवारी, मुड़ापार व अन्य बाजार में जाकर लोगों के पर्स और जेब में रखे मोबाइल को चोरी कर रहे थे। इस कार्य में 10 वर्षीय नाबालिग की मदद ली जाती थी जो सब्जी खरीद रहे ग्राहक के पास जाकर प्लास्टिक का थैला को उसके जेब के नजदीक ले जाकर और सामने बैठे दुकानदार की नजरें बचाकर मोबाइल निकाल लिया करता था। चोरी किए गए सभी मोबाइलों को झारखंड में खपाया जाता था। आरोपियों ने सनसनीखेज खुलासा किया कि इन्हें चोरी करने के लिए गिरोह के सरगना द्वारा वेतन दिया जाता है। बच्चे को 10 हजार रुपए एवं बड़े चोर को 20 हजार रुपए वेतन पर रखा गया था।

इनका सेंटर चांपा में था जहां से ट्रेन के जरिए कोरबा व दुर्ग पहुंचकर बाजारों में मोबाइल चोरी करने के बाद वापस ट्रेन से ही चांपा लौट आते थे। आरोपियों की धर-पकड़ में सीएसईबी चौकी प्रभारी एसआई नवीन बोरकर, कृष्ण कुमार ध्रुव, एएसआई परमेश्वर राठौर, एएसआई श्री साहू के अलावा सुशील यादव, जयप्रकाश यादव, सुनील राजपूत, रितेश शर्मा का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

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