कोरबा@M4S: धान खरीदी के लिए महाअभियान की तर्ज पर प्रक्रिया पूर्ण करने मैदानी अमला जोर-शोर से जुटा हुआ है। जिला व ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को भी विशेष जिम्मेदारी दी गई है। 19 लाख क्विंटल धान खरीदी के लक्ष्य को पूरा करने निगरानी दल भी लगातार दौरा कर रहे हैं, पर 28 दिनों में केवल एक लाख क्विंटल खरीदी की जा सकी है, इस तरह देखा जाए तो 27 दिनों में लक्ष्य के विपरीत 5.8 प्रतिशत सफलता ही मिल सकी है, प्रतिदिन औसतन लगभग 4 हजार क्विंटल धान खरीदी की जा रही है, जो प्रक्रिया की धीमी गति जाहिर करता है। इस लिहाज से धान खरीदी की रफ्तार बेहतर करनी होगी, ताकि नए कीर्तिमान स्थापित किए जा सकें।
धान खरीदी महाअभियान के तहत जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की प्रक्रिया पिछले 28 दिनों से सतत जारी है। जिले में सोमवार तक एक लाख 12 हजार क्विंटल से अधिक की धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के साथ खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी जारी है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी सुशील जोशी ने बताया की जिले के खरीदी केंद्रों में धान खरीदी लगातार जारी है। वहीं धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए पहुंचने वाले किसानों की संख्या भी बढऩे लगी है। नए धान खरीदी केंद्रों में भी धान खरीदी शुरू हो चुकी है। सोमवार के लिए 55 धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी के लिए कुल 510 टोकन जारी किए गए थे। इनमें 330 समिति के माध्यम से तथा टोकन तुंहर हाथ ऐप के माध्यम से 180 टोकन जारी हुए थे। जारी टोकन से 20 हजार 680 क्विंटल धान की खरीदी की गई। इस तरह इस वर्ष निर्धारित लक्ष्य के विपरीत जिले में 1.12 लाख क्विंटल समेत 5.8 प्रतिशत खरीदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। बीते 28 दिनों की खरीदी की गति को ध्यान में रखा जाए, तो यह रफ्तार काफी धीमी जान पड़ती है। शेष रह गए अगले दो माह के समय में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए गति में वृद्धि करते की जरूरत महसूस की जा रही है।
19 करोड़ का धान बेच चुके हैं किसान
खरीदी केंद्रों से लगभग 50 हजार क्विंटल से अधिक धान का उठाव हो चुका है। जिले के किसान अब तक लगभग 19 करोड़ का धान समितियों में बेच चुके हैं। इस तरह बीते 28 दिनों में विक्रय से किसानों की आय पर गौर करें तो प्रतिदिन औसतन 67 लाख से अधिक का धान किसानों द्वारा विक्रय किया जा रहा है। 20 हजार क्विंटल से अधिक धान 28 नवंबर के लिए 510 टोकन जारी किया गया था।