कोरबा@M4S: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की डीएसपीएम संयंत्र की 250 मेगावाट की ईकाई क्रमांक 2 को मरम्मत कार्य के लिए बंद रखा गया था। सुधार कार्य के लिए 12 दिन का शट डाउन लिया गया था। सुधार कार्य के बाद बुधवार सुबह 5:30 बजे ईकाई उत्पादन में लौट आई। इसी के साथ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के उत्पादन कोटे में बढ़ोतरी हुई है। सेंट्रल सेक्टर पर से दबाव कुछ कम हुआ है।
बुधवारी स्थित डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में 250-250 मेगावाट की दो ईकाईयों से बिजली उत्पादन किया जाता है। प्लांट की इकाई क्रमांक 2 को रखरखाव कार्यों के लिए बंद किया गया था। पिछले 12 दिनों से संयंत्र की एक ईकाई से ही बिजली उत्पादन हो रहा था। एचटीपीपी की पांचों इकाई उत्पादन में है, जबकि मड़वा के 500 मेगावाट ईकाई क्रमांक 2 का मरम्मत कार्य जारी है। ऐसे में डीएसपीएम व मड़वा के एक-एक ईकाई बंद होने से कम उत्पादन हो रहा था। प्रदेश में बिजली की डिमांड 4200 मेगावाट से पार पहुंच रही है। इसके मुकाबले 1800 मेगावाट तक बिजली उत्पादन कंपनी से बन रही थी। लगभग 2400 से 2500 मेगावाट बिजली सेंट्रल सेक्टर से ली जा रही थी। डीएसपीएम के बंद ईकाई के शुरू हो जाने से बुधवार को लगभग 2 हजार मेगावाट बिजली सेंट्रल सेक्टर से ली गई। वहीं उत्पादन कंपनी के संयंत्रों से लगभग 2200 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन हो रहा था।