रायपुर@M4S:वैश्विक महामारी कोविड-१९ के विरुद्ध, आर. के. सिंह ( राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा और कौशल विकास और उद्यमिता) की सलाह पर भारत सरकार का एक महारत्न उद्यम च्च् एनटीपीसीज्ज् के पावर स्टेशनों ने,छत्तीसगढ़ राज्य में कई पहल की हैं।
एनटीपीसी को छत्तीसगढ़ राज्य के सीपत, कोरबा और लारा में स्थित तीन विद्युत संयंत्र हैं। इन तीनों परियोजनाओं ने संबंधित जिला प्रशासन के सहयोग से कोविड-१९ के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
एनटीपीसी सीपत ने बिलासपुर जिला प्रशासन को मास्क, सैनिटाइज़र और स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों के लिए २५ लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी है, जबकि एनटीपीसी कोरबा ने दिहाड़ी मजदूरों, सीमांत विक्राताओं एवं आर्थिक रूप से असक्षम अन्य जनताओं को भोजन और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए “जिला कोविड राहत कोष” में १० लाख रुपये का योगदान दिया है। इसी तरह की कार्रवाई एनटीपीसी लारा द्वारा रायगढ़ जिले के लिए भी की गई है। इसके अलावा, कोविड १९ से संबंधित राहत कार्यों के लिए कोरबा और लारा परियोजनाओं द्वारा, संबंधित जिला प्रशासन को वाहन उपलब्ध कराए गए हैं।
इसके अलावा, संयंत्र, टाउनशिप और आस-पास के गांवों के स्वच्छता, आम स्थानों पर हैंडवाशिंग सुविधा, आस-पास के गांवों में संवेदीकरण व जागरूकता कार्यक्रम, प्रवासी संविदा श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच, राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण तथा स्वास्थ्य के लिए मास्क का वितरण जैसे कार्य राज्य में स्थित सभी एनटीपीसी स्टेशनों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है.
साथ में, एनटीपीसी सीपत जनपद पंचायत के माध्यम से आसपास के गांवों में वितरण के लिए मास्क, सैनिटाइज़र, साबुन की खरीद के लिए ४ लाख रुपये की खरीद कर रहा है।
एनटीपीसी कोरबा पहले ही लगभग ५००० मास्क स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और प्रवासी संविदा कर्मियों को वितरित कर चुका है तथा लगभग २००० मास्क अगले कुछ दिनों में वितरित किए जाने हैं। जरूरतमंद स्थानीय आबादी के लिए राशन किट का वितरण भी स्टेशन द्वारा किया जा रहा है।
एनटीपीसी कोरबा की महिलाओं का सामाजिक-सांस्कृतिक संघ, “मैत्री महिला समिति ” द्वारा महिला संविदाकर्मियों को ३०० सेनटरी किट वितरित किया तथा जिला कोविद -१९ राहत कोष में १ लाख रुपये का आर्थिक योगदान भी किया है।
एनटीपीसी लारा द्वारा २३ मार्च २०२० से १५० ठेका श्रमिकों के लिए आवास, भोजन और साबुन वितरण हेतु कदम उठाए हैं। इसी तरह, ३० और ३१ मार्च, २०२० को श्रमिक कॉलोनी में रहने वाले प्रवासी संविदा श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। पावर स्टेशन के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले १२०० से अधिक प्रवासी श्रमिकों को राशन और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जाती हैं
उभरते परिदृश्य में, सभी तीन बिजलीघरों ने राष्ट्र में अनविरत बिजली आपूर्ति -जो कि एक आवश्यक सेवा है- सुनिश्चित करते हुए कर्मचारियों की तैनाती में रेशनलाइज़ेशन सुनिश्चित किया गया है । इसके अलावा, इन असाधारण परिस्थितियों के मद्देनज़र , हृञ्जक्कष्ट ने अपनी एजेंसियों को कर्मचारियों की अनुपस्थिति को “ड्यूटीज्ज् मानने के लिए कहा गया है । जहां तक मजदूरी की बात है, इन सभी स्टेशनों में समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है
इस बीच, एक कदम आगे बढ़ाते हुए, एनटीपीसी के हर एक कर्मचारी, अपने एक दिन के वेतन को पीएम-केयर फंड को दान कर रहे हैं। एनटीपीसी ने, ऊर्जा और नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के साथ-साथ मिलकर पीएम-केयर फंड को ९२५ करोड़ रुपये का योगदान देने का निर्णय पहले से ही लिया गया है।