गौठानों में आयोजित हुआ रोका-छेका कार्यक्रम, कलेक्टर रानू साहू ग्राम कोराई और कपोट के गौठानों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुईं

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गौठान आत्मनिर्भर बनाने का साधन, ग्रामीण जागरूक होकर भाग लेवें: विधायक श्री कंवर
शासन के सुराजी गांव अभियान से जुड़कर ग्रामीण हो रहे स्वावलंबी: विधायक श्री केरकेट्टा
कोरबा@M4S: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आह्वान पर जिले में आज से फसलों को खुली चराई से बचाने व्यापक रोका-छेका अभियान शुरू हो गया है। जिले के सभी गौठानों में इस अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गईं। गौठानों में ग्रामीणों द्वारा रोका-छेका की व्यवस्था को अपने-अपने गांवो में शांति एवं सौहार्द्र पूर्ण तरीके से अपनाने एवं आगामी फसल कटाई तक पशुओं को चरने के लिए खुले में नहीं छोड़ने का शपथ लिया गया। इस दौरान गौठानों में पशु स्वास्थ्य शिविर, विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री वितरण, किसानों को बीज मिनिकिट का वितरण, महिला समूहों द्वारा बनाए गए सामानों का प्रदर्शन, चरवाहों का सम्मान एवं पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू रोका-छेका अभियान के अंतर्गत विकासखण्ड कटघोरा के ग्राम कोराई एवं विकासखण्ड पाली के ग्राम कपोट में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुईं। कटघोरा एवं पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायकों सहित कलेक्टर ने गोधन की पूजा करके रोका-छेका अभियान की शुरूआत की। इस दौरान गौठानों में वृक्षारोपण भी किया गया। इस दौरान ग्राम कोराई के कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लता कंवर, नगर पालिका दीपका के अध्यक्ष श्रीमती संतोषी दीवान, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, एसडीएम कटघोरा श्रीमती सूर्य किरण तिवारी सहित कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणजन मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत देवरी के आश्रित ग्राम कोराई के गौठान में आयोजित रोका-छेका कार्यक्रम में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा गांव में संचालित किए जा रहे गौठान पंचायतों का केन्द्र बिन्दु है। गौठान लोगों को आत्मनिर्भर बनाने का साधन है। ग्रामीणों को जागरूक होकर गौठान मे संचालित हो रही विभिन्न गतिविधियों में शामिल होना चाहिए। शासन की सभी योजनाओं में लोगों के भागीदारी से ही इसका लाभ सभी ग्रामीणों को मिलेगा। श्री कंवर ने कहा कि रोका-छेका परंपरा पहले से चली आ रही है। राज्य शासन ने इसे बेहतर तरीके से लागू करके लोगों के फसलों की सुरक्षा एवं गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाने के प्रयासों को सफल बनाया है। विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर ने गौठानों में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट के भण्डारण के लिए भण्डार कक्ष बनाने एवं गोबर को पानी से बचाने के लिए गोबर रखने शेड बनाने की मांग की।

विकासखण्ड पाली के ग्राम पंचायत कपोट के गौठान में आयोजित रोका-छेका कार्यक्रम के दौरान पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर रोका-छेका कार्यक्रम के माध्यम से मवेशियों को गौठान में रखकर फसलों को खुली चराई से बचाया जा सकता है। खरीफ मौसम में लगे फसलों को बचाने के लिए अपने मवेशियों को खुले में ना छोड़ें और गौठान में रखें जिससे गौठान में पशुओं के गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनेगा और वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाले गौठान के सदस्यों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होेने कहा कि लोगों का विकास ही राज्य प्रशासन का मुख्य लक्ष्य है। सभी लोगों को नरवा-गरवा-घुरूवा-बाड़ी योजनांतर्गत जुड़कर आर्थिक विकास में सहभागी बनना चाहिए।
स्वरोजगार का केन्द्र जिले के गौठान, आर्थिक गतिविधियों में महिलाएं बढ़चढ़ कर लेवें भाग – कलेक्टर श्रीमती साहू – ग्राम कोराई और कपोट में आयोजित रोका-छेका कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा कि जिले के गौठान स्वरोजगार का केन्द्र है। सभी ग्रामीण गौठानों से जुड़कर विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में शामिल होकर अतिरिक्त आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव की महिलाओं को गांव में ही गौठान के माध्यम से वर्मी खाद बनाने, सब्जी उत्पादन, मछली पालन, मुर्गी पालन एवं अन्य प्रकार की गतिविधियों में शामिल होने का मौका मिल रहा है। उन्होंने जिले की सभी महिलाओं को गौठान में संचालित आर्थिक गतिविधियों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने तथा अपने एवं अपने परिवार के आर्थिक विकास में सहभागी बनने की अपील की। उन्होंने ग्राम कोराई के गौठान की तारीफ करते हुए कहा कि यह गौठान सुसज्जित एवं आर्थिक क्रियाकलापों से परिपूर्ण है। उन्होंने कोराई के गौठानों में लगाए गए पेड़-पौधों की भी तारीफ की। कलेक्टर श्रीमती साहू ने ग्रामीणों से रोका-छेका अभियान के तहत अपने पशुओं को खुले में ना छोड़कर गौठान में लाकर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने गौठान समिति के माध्यम से गौठान में रखे गए पशुओं के गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने की भी अपील की। कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन की मंशा अनुरूप गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने महिलाओं को सक्षम बनाने के उद्देश्य से गौठानों में अगरबत्ती, साबुन, दीया, गमला, आचार, गरम मसाला एवं दोना-पत्तल बनाने की गतिविधियों में महिलाओं को शामिल होने की अपील भी की।

कलेक्टर ने महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामानों को देख प्रसन्नता जताई, महिलाओं को आर्थिक उन्नति करने दी बधाई – रोका-छेका कार्यक्रम शुभारंभ के दौरान कलेक्टर श्रीमती साहू ने ग्राम कोराई एवं कपोट के गौठानों में महिला स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित किए गए सामानों के स्टाॅलों का अवलोकन किया। उन्होंने कोराई के गौठान में गंगा महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए सुगंधित साबुनों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि महिला समूहांे द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद अच्छी गुणवत्ता की है, इन उत्पादों को स्थानीय बाजारों में बेचे जाने से महिलाओं की आय में काफी वृद्धि होगी। उन्होंने समूह की महिलाओं को अधिक मात्रा में सामनों की उत्पादन करके आर्थिक उन्नति करने के लिए बधाई भी दी। इसी प्रकार ग्राम कपोट के महिला समूहों द्वारा बनाए गए छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को देखकर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित की। कलेक्टर श्रीमती साहू ने कपोट के गौठान में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट टंाका का भी अवलोकन किया। उन्होंने गौठान समिति के सदस्यों से वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन और बिक्री की जानकारी ली। गौठान समिति के सदस्यों द्वारा एक लाख 20 हजार के वर्मी कम्पोस्ट बेचे जाने की बात सुनकर कलेक्टर ने खुशी जताई और समिति के सदस्यों को अधिक उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
विधायक श्री कंवर एवं श्री केरकेट्टा ने किया हितग्राहियों को सामग्री वितरण – कलेक्टर रानू साहू की मौजूदगी में विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर ने ग्राम कोराई एवं विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने ग्राम कपोट के ग्रामीणों को विभिन्न योजनांतर्गत सामग्रियों का वितरण किया। बाड़ी में सब्जी लगाने के लिए किसानों को बीज मिनीकिट का वितरण किया गया। इस मिनीकिट में मिर्च, बरबट्टी, टमाटर, भिंडी एवं तरोई का बीज किसानों को खेती करने के लिए प्रदान किया गया। ग्रामीणों को फलदार पौधों का भी वितरण किया गया। इन पौधों में आम, अमरूद, करौंदा, जामुन एवं कटहल के पौधे शामिल हैं। ग्राम पंचायत देवरी के दस ग्रामीणों को पैरा कटाई मशीन, आठ ग्रामीणों को वर्मी खाद, नौ ग्रामीणों को उड़द बीज एवं दस ग्रामीणों को सब्जी किट एवं मछली जाली का भी वितरण कृषि, मछली पालन एवं उद्यानिकी विभाग के द्वारा किया गया।

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