नई दिल्ली(एजेंसी):अभी कोरोना संक्रमण का खतरा देश और दुनिया में खत्म नहीं हुआ है। इस संक्रमण के खिलाफ हमारी जंग जारी है। इस संक्रमण को लेकर दुनिया भर में कई अलग-अलग तरह के रिसर्च लगातार किये जा रहे हैं। कई लोगों के मन में यह सवाल भी है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति से पालतू जानवरों में संक्रमण फैलने का खतरा है या नहीं? हाल ही में हुए रिसर्च में यह पता चला है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित होता है तो उसके पालतू कुत्तों और बिल्लियों के भी संक्रमित होने का खतरा रहता है। नीदरलैंड में यूट्रेक्ट विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के पालतू कुत्तों और बिल्लियों में संक्रमण का अध्ययन किया। यह अध्ययन अभी प्रकाशित नहीं हुआ है। एक चलंत पशु चिकित्सा क्लीनिक ने संक्रमित लोगों के पालतू जानवरों के नमूने लिए। पीसीआर जांच में स्वैब के नमूने से वर्तमान संक्रमण और रक्त के नमूनों में एंटीबॉडीज की जांच की गयी। एंटीबॉडीज से पूर्व के संक्रमण का पता चलता है। इस अध्ययन में 196 घरों के 156 कुत्तों और 154 बिल्लियों के नमूनों की जांच की गयी।
अध्ययन में पाया गया कि पीसीआर जांच में छह बिल्लियां और सात कुत्ते (4.2 प्रतिशत) संक्रमित पाए गए और 31 बिल्लियों और 23 कुत्तों (17.4) में एंटीबॉडीज मिली। यूट्रेक्ट विश्वविद्यालय के एल्स ब्रोइंस ने कहा कि ‘अगर आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो आपको दूसरे लोगों की तरह ही अपने कुत्ते और बिल्लियों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।’
ब्रोइंस ने एक बयान में कहा कि ‘मुख्य चिंता पशुओं के स्वास्थ्य की नहीं बल्कि वायरस के उनके भीतर घर बनाने और फिर स्वरूप बदलकर मानव आबादी तक पहुंचने का है। पशुओं में हो सकता है कि किसी तरह के लक्षण नहीं दिखे या मामूली लक्षण दिखे।’ जिन 13 लोगों के पालतू जानवर संक्रमित पाए गए उनमें से 11 लोगों ने पहली जांच के बाद तीन सप्ताह बाद फिर से जांच करायी। जिन 11 जानवरों में एंटीबॉडीज मिली उनके मालिकों ने स्वीकार किया कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।