कोरबा लोक सभा क्षेत्र के पसान सहित २०० गांव कोरबा से हुए अलग,मुख्यालय पहुंचे लोगो को लंबी दूरी से मिलेगा निज़ात  

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जफ़र खान 

गौरेला@M4Sनवगठित जिले में तीन तहसील,तीन विकासखण्ड गौरेला, पेण्ड्रा और मरवाही शामिल हैं, जिनमें कुल १६६ ग्राम पंचायतें, २२२ गांव और २ नगर पंचायत गौरेला और पेण्ड्रा समाहित हैं। इस जिले का क्षेत्रफल १ लाख ६८ हजार २२५ हेक्टेयर हैं। इस जिले में कुल सिंचित रकबा ६२९० हेक्टेयर और कुल असिंचित रकबा ६४ हजार ३५२ हेक्टेयर हैं। इस नवगठित जिले में मरवाही विधानसभा के २०० गांव और कोटा विधानसभा के २५ गांव, कोरबा लोकसभा क्षेत्र के २०० गांव और बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के २५ गांव समाहित हैं,
पसान की जनता ने नए जिला में शामिल होने मांग की थी कोरबा जिले का दूरस्थ पसान क्षेत्र के ४२ पंचायत  कोरबा जिला मुख्यालय से ११०  किलोमीटर दूर स्थित पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक का पसान क्षेत्र के लोग शासकीय और निजी कार्य के लिए लंबी दुरी तय कर कोरबा जिला मुख्यालय पहुंचते थे,पैसे के साथ समय भी लगता था,एक दिन में काम नहीं हुआ तो दुबारा खर्च लगता, पसान से पेंड्रा की दुरी महज़ २५  किलो मीटर है यही वजह है पसान के ४२  पंचायत पेंड्रा में शामिल होने की मांग की थी,कोरबा कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन भी सौपा था,

लोगो का कहना है  की छोटे बड़े काम के लिए कोरबा ११०  किलों मीटर की दौड़ लगानी पड़ती है,जिससे पूरा दिन और समय लग जाता है,इस लिए पेंड्रा में शामिल होने से २५  किलो मीटर दूरी आसानी से ग्रामीण तय कर अपनी समस्या का समाधान कर सकते है,नए जिला के गठन के साथ कोरबा जिला का दुरस्त पसान थाना भी गौरेला,पेंड्रा,मरवाही में शामिल हो जाएगा,थाना स्टाफ़ को भी अब नए जिले में शामिल होने से लंबी दुरी तय नहीं करनी पड़ेगी।  

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