कोरबा में एन टी पी सी पवन ऊर्जा की संभावना की तलाश में जुटा : नीरज कुमार सिन्हा

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कोरबा@M4S:एनटीपीसी कोरबा अब पवन ऊर्जा से रौशन होने वाली है,एनटीपीसी प्रबंधन ने इसके लिए तैयारी प्रारंभ कर दी है, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) के साथ मिलकर एनटीपीसी कोरबा ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। इसके लिए एनटीपीसी कोरबा में क्रेडा के द्वारा ही निर्धारित एजेंसी से एक हाईमॉस टॉवर लगा सर्वे करा स्टडी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। हालाकि क्रेडा ने बिलासपुर में ऐसा एक स्टडी रिपोर्ट तैयार करने की योजना तैयार की है, लेकिन दूरी अधिक होने की वजह से उपयोगिता सुनिश्चित नहीं होने के कारण एनटीपीसी अपना स्वंय का स्टडी रिपोर्ट तैयार कराएगा। एनटीपीसी कोरबा के कार्यपालन निदेशक नीरज कुमार सिन्हा ने जानकारी देते बताया कि आने वाले एक माह के भीतर यह कार्य प्रारंभ कर लिया जाएगा। इसके पहले सौर ऊर्जा को लेकर भी प्रबंधन ने कार्य प्रारंभ किया है, जिसमें एनटीपीसी क्षेत्र के तीन स्थानां का चयन किया गया था, जिसकी स्टडी रिपोर्ट तैयार हो गई है प्रबंधन जल्द ही सौर ऊर्जा को लेकर भी कार्य प्रारंभ करेगा।राख उपयोगिता के मामले में भी एनटीपीसी अन्य संयंत्रों के मुकाबले काफी आगे है, प्रबंधन ने इस वर्ष करीब 50 फिसदी राख की उपयोगिता सुनिश्चित की है, जिसमें कोरबा के सुराकछार भूमिगत खदान में प्रतिदिन 400 से 500 टन राख फील किया जा रहा है, एनटीपीसी प्रबंधन आने वाले मार्च माह से संयंत्र से ड्रेनेज वाटर पर पूरी तरह से रोक लगा देगा। इस दिशा में किए जा रहे कार्य का 60 फिसदी कार्य पूरा हो चुका है, प्रबंधक का दावा है कि पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रख की जा रही कवायद के बीच संयंत्र पानी को बाहर नहीं भेंजेंगे बल्कि जो पानी उनको नदी से प्राप्त हो रहा है उसी पानी को उपचारित कर उसका उपयोग किया जाएगा। इसके बाद संयंत्र में पानी खरीदने की कमी भी आएगी प्रबंधन को सिर्फ उतने पानी की ही आवश्यकता होगी, जो वाष्प बनकर उड़ जाया करती है। इसके अलावा प्रबंधन ने नगर पालिक निगम कोरबा के साथ एक एमओयू भी किया है जिसके तहत निगम क्षेत्र से निकलने वाले गंदे पानी को साफ कर एनटीपीसी उपयोग कर सकेगा। साथ ही साथ प्रबंधन के ईएसपी के मॉडूलर बनाने का कार्य भी आने वाले मार्च माह तक पूरा हो जाएगा।
400 करोड़ की लागत से किए गए नवनीकरण के कार्य के दौरान 6 में से 5 यूनिट के ईएसपी का नवनीकरण पूरा कर लिया गया है जबकि सिर्फ 6 नंबर यूनिट का कार्य पूरा होना बचा है, इसके बाद संयंत्र से वायू प्रदूषण नही के बराबर होगी। कार्यपालन निदेशक ने बताया कि एनटीपीसी कोरबा ने इस वित्तिय वर्ष के लिए सभी टॉरगेट की पूर्ती कर ली है।

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