कॉलेजों में परीक्षा की सरगर्मी शुरू, 4 हजार परीक्षार्थी होंगे शमिल

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कोरबा@M4S: सर्दियों के तापमान में गर्माहट बढऩे के साथ ही कॉलेजों में एक बार फिर परीक्षा की सरगर्मी शुरू हो गई है। मौजूदा सत्र के लिए अटल विश्वविद्यालय ने पीजी के विषम सेमेस्टर (नियमित-एटीकेटी) परीक्षा की अनंतिम समय-सारणी जारी कर दी है। कॉलेज की परीक्षाओं में पीजी की अपेक्षा स्रातक में छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक ही होती है। यूजी, पीजी नियमित के साथ स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की संख्या हर साल करीब 28 से 29 हजार के बीच रहती है। इसमें 7 हजार छात्र स्वाध्यायी तो 21 हजार छात्र नियमित हैं। इसमें 16 हजार परीक्षार्थी केवल यूजी प्रथम, द्वितीय व अंतिम वर्ष के नियमित परीक्षार्थी हैं। इन सभी को मुख्य परीक्षा की तिथि से पूर्व परीक्षा फार्म की प्रक्रिया पूरी करने संशोधित सर्कुलर का इंतजार है। 30 जनवरी से 15 फरवरी के बीच होने जा रही परीक्षाओं में जिले से करीब साढ़े चार हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।
एमलिब-साइकोलॉजी व एमए हिंदी समेत विभिन्न विषयों में 30 जनवरी से पर्चे शुरू होंगे। खास बात यह है कि एमएससी गणित को छोड़ शेष सभी विषय की परीक्षाएं 11 दिन में समाप्त हो जाएंगी। एमएससी गणित थर्ड सेमेस्टर में फाउंडेशन ऑफ कंप्यूटर साइंस-1 का अंतिम पर्चा 15 फरवरी को भरा जाएगा, जबकि अन्य संकाय में पर्चे 9 फरवरी तक पूरे हो जाएंगे। इस टेंटेटिव टाइम टेबल के जारी होने के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध जिले के महाविद्यालयों में भी परीक्षाओं के लिए तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि पीजी एवं विधि की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए जारी अनंतिम समय-सारणी पर मिलने वाले दावा-आपत्तियों के निराकरण के बाद एक-दो दिन में अंतिम टाइम टेबल जारी हो जाएगा। अनंतिम सूची में किसी तरह की कोई खामियां या आपत्ति होने पर संबद्ध महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के ई मेल आईडी में भेजने गुरुवार तक का समय दिया गया था। टेंटेटिव टाइम टेबल के अनुसार स्नातकोत्तर व विधि की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं 30 जनवरी से शुरू हो जाएंगी। पीजी कक्षाओं की परीक्षाएं 15 फरवरी तक चलेंगी तो विधि की 22 फरवरी को समाप्त होगी।
ज्यादातर विषयों में एक दिन गैप
30 जनवरी को शुरू होकर 15 फरवरी तक निपट जाने वाले पीजी विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं में इस बार कुल 17 दिनों का छोटा शेड्यूल तय किया गया है और ज्यादातर संकाय में दो पर्चों के बीच केवल एक-एक दिन का ही गैप दिया गया है। किसी-किसी विषय में दो पर्चों के बीच छात्र-छात्राओं को दो दिन का समय दिया जा रहा है, जो उनके लिए अपेक्षाकृत राहत महसूस कराने वाले पर्चे होंगे और उसमें तैयारी में रह गई कसर पूरी करने के लिए बेहतर वक्त मिल सकेगा। पर जिनमें एक दिन का गैप है, उसमें तैयारी के बीच उनकी धडक़ने भी तेज रहेंगी।
इस बार ऑफलाइन मोड में परीक्षा
कोरोनाकाल की मुश्किलों के बीच युवाओं को आनलाइन घर बैठे परीक्षा देने का अवसर दिया गया था। इस बार यह सुविधा नहीं मिलेगी और परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में बैठकर आफलाइन पर्चा भरना होगा। विषम सेमेस्टर हो या यूजी, इस बार सभी को अपने कॉलेज व परीक्षा केंद्र में तीन घंटे बैठकर सवालों के जवाब हल करने होंगे। लिहाजा इस बार विद्यार्थियों की धडक़न तेज होती दिख रही। इसके अलावा पांच दिन पूर्व यूजी प्रथम वर्ष में नियमित-स्वाध्यायी के लिए ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरने अधिसूचना जारी की थी, जिसे अगले ही दिन वेबसाइट से हटा लिया। छात्रों को इंतजार था कि संभवत: यूनिवर्सिटी बुधवार को संशोधित सूचना जारी करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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