किसानों को लाखों का नुकसान, वन अमला नाकाम
कोरबा@M4S: कोरबा वनमंडल में हाथियों की धमक बनी हुई है। हाथियों को खदेडऩे में वन अमला नाकाम साबित हो रहा है। हाथियों के झुंड ने एक बार फिर वनमंडल के कल्गामार में भारी उत्पात मचाते हुए कई किसानों की फसल को रौंद दिया है। जिससे किसानों को लाखों की क्षति का अनुमान है। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण सहमे हुए है। वन विभाग द्वारा नुकसानी का आंकलन किया जा रहा है।
वन विभाग के तमाम कोशिशों के बावजूद हाथियों का उत्पात कोरबा वनमंडल में थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात 35 हाथियों ने फिर अन्नदाताओं की मेहनत पर पानी फेरते हुए उनके द्वारा खेतों में लगाए गए रबी फसलों को रौंद दिया, जिससे अन्नदाताओं को एक लाख रुपए के लगभग नुकसान उठाना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार 35 हाथियों का झुंड लगातार कोरबा वनमंडल के कोरबा, करतला, पसरखेत तथा कुदमुरा रेंज में विचरण कर रहा है और उत्पात मचा रहा है। बीती रात हाथियों का यह झुंड करतला वन परिक्षेत्र के ग्राम कल्गामार में अचानक पहुंच गया और भारी उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने 6 किसानों के 4 हेक्टेयर खेत में लगे फसल को बुरी तरह रौंद दिया। जिससे संबंधित किसानों को भारी आर्थिक चपत लगी है। हाथियों का यह झुंड गांव में उत्पात मचाने के बाद सुबह होने से पहले आगे बढक़र कुदमुरा रेंज के धोबनीमार-तौलीपाली जंगल पहुंच गए और वहां कक्ष क्रमांक 1141 में छिप गए। बड़ी संख्या में हाथियों के धोबनीमार जंगल पहुंचने से आसपास के गांवों में दहशत का माहौल बन गया है और लोग उत्पात की आशंका को देखते हुए काफी भयभीत हैं। उधर हाथियों के आने तथा कल्गामार में फसलों को रौंदे जाने की सूचना ग्रामीणों द्वारा आज सुबह वन विभाग को दी गई जिस पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और नुकसानी का सर्वे शुरू कर दिए हैं। प्रारंभिक तौर पर हाथियों के उत्पात में 90 हजार रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सर्वे के बाद प्रकरण बनाया जाएगा और पीडि़तों को क्षतिपूर्ति राशि विभाग द्वारा दिए जाने की कार्यवाही की जाएगी।