कांग्रेस की सरकार बनने पर स्व सहायता समूह को सशक्त बनाया जायेगा: डॉ. महंत
हसदेव जनयात्रा का 5वां दिन, महिलाओं ने किया अभूतपूर्व स्वागत
कोरबा@M@S:छग कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत के नेतृत्व में जारी हसदेव जन यात्रा पांचवे दिन पोड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड व पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र के गांवों में पहुंची। जन यात्रा का स्वागत करने ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बनता है। महिलाओं की बढ़ती संख्या इस जन यात्रा के कारवां को और विशाल कर रहा है। महिलाओं ने तिलक वंदन कर जन यात्रा का स्वागत किया।
पोड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड के ग्राम लखनपुर से प्रारंभ जन यात्रा अचानकपुर, बड़ेबांका, नानबांका, रजकम्मा, डोड़की, पटपरा, गोपालपुर, इरफ, चौतमा सहित पाली विकासखण्ड के गांवों में पहुंची। जगह-जगह आयोजित सभा में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं व ग्रामीणों को संबोधित करते हुए डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि महिला स्व सहायता समूहों के उत्थान के लिए भाजपा सरकार ने कोई कार्य नहीं किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने सशक्तिकरण कर महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे लाया लेकिन भाजपा महिलाओं को अपना वोट बैंक समझती है। कांग्रेस की सरकार बनने पर स्व सहायता समूहों को सशक्त बनाया जायेगा। ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने की सोच कांग्रेस की है। डॉ. महंत ने कहा कि पाली-तानाखार विधानसभा का खनिज न्यास मद से संपूर्ण विकास होना चाहिए। यहां का कोयला, पानी पूरी तरह से उपयोग किया जा रहा है लेकिन इसके एवज में विकास के नाम पर कुछ नहीं दिखता। धनराशि का खुलकर दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हसदेव जन यात्रा से ग्रामीण दिनों दिन जुड़ते जा रहे हैं जो हसदेव के प्रति उनका प्रेम प्रदर्शित करता है। इससे पहले जन यात्रा का गांवों में पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं, ग्रामीणों द्वारा ढोल-ताशे के साथ आत्मीय व आतिशी स्वागत किया गया। जन यात्रा में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस सचिव गोपाल थवाईत, अमित पाण्डेय रायपुर, रामदयाल उईके, नोबेल वर्मा, कुंवर राजवर्धन सिंह, डॉ. शेख इश्तियाक, हरीश परसाई, प्रशांत मिश्रा, यशवंत लाल, मनोज चौहान, अजय जायसवाल, आकाश शर्मा, हरीश तंवर, अशोक मिश्रा, नवीन सिंह, अनिल परिहार, विशेषर अग्रवाल, गणेश सिंह, नैन दास, कलेश्वर कंवर, अंजोर सिंह, हेतराम, नरेश दास, शिवनाथ सिंह, दशरथ कश्यप, जय कश्यप, भुवन दास महंत, रामायण सिंह कंवर, चंद्रभवन कंवर, सुशीला महंत, महर्षि महंत, रामबाई महंत, श्रीमती मीना पैकरा, भुवन पैकरा, ईशाक अहमद, हरिसिंह, गुहाराम मरावी, हरिकांत सोनकर, मुरली संत सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन शामिल हुए।