मकानों में घुसा पानी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
कोरबा@M4S: सावन माह में जमकर बारिश पड़ रही है। बारिश ने जहां किसानों के चेहरे खिला दिए है। वहीं आम जनजीवन भारी बारिश से अस्त-व्यस्त है। कुछ लोगों के लिए तो बारिश आसमान से बरसी आफत साबित हुई है। मुड़ापार में 4 मकान भारी बारिश से गिर गए। परिवार के 17 लोगों को अस्थायी रहवास दिया गया है। इसी तरह पुरानी बस्ती, पोड़ीबहार सहित अन्य झुग्गी बस्तियों में भी लगातार बारिश से लोगों के आशियाने धराशायी हुए है।
झमाझम हो रही बारिश ने नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। शहर के मुख्य मार्गों में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से बारिश के बाद मुख्य मार्ग तालाब में तब्दील हो रही है। इसी तरह कालोनी, गली-मोहल्ले व झुग्गी बस्तियों में बारिश का पानी घरों में घुस रहा है। लगातार हो रही बारिश से मुड़ापार वार्ड क्रमांक 26 में 4 मकान बारिश की भेंट चढ़ गए। क्षेत्र में निवासरत मंगल सिंह, लक्ष्मीनारायण, मीना देवी व मीरा बाई के मकान गिर गए है। उक्त चारों परिवार के 17 सदस्यों के अस्थायी रहवास की व्यवस्था वार्ड के सामुदायिक भवन में की गई है। घटना में लोग बाल-बाल बच गए। लेकिन उन्हें हजारों की क्षति उठानी पड़ी है। इसी तरह पुरानी बस्ती निवासी अफरोज बेगम के मकान की एक दीवार भारी बारिश से ढह गई। अफरोज बेगम का मकान वार्ड पार्षद मनीष शर्मा के घर के ठीक सामने है। बताया जाता है कि बारिश के कारण उक्त घर में शार्ट सर्किट भी हो गया था। लेकिन हादसे का सुखद पहलू यह रहा कि इसमें किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। इसके अलावा पोड़ीबहार में भी कुछ कच्चे मकान गिर गए है। रामपुर बस्ती, राताखार, अमरैय्यापारा के अलावा उप नगरीय व कोयलांचल क्षेत्रों में भी कई मकानें बारिश के कारण धराशायी हुई है।
नदी-नाले उफान पर
लगातार हो रही बारिश से जिले के नदी-नाले व नहर उफान पर है। बांगो बांध का जलस्तर भी पिछले दो दिनों से हुई बारिश के कारण बढ़ा है। प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जाहिर की गई थी। संभावना जिले में सही साबित हुई। पिछले दो दिनों से जिले में जमकर बारिश हो रही है।
सड़कों पर चलना हुआ दुभर
बारिश के कारण सड़कों पर चलना दुभर हो रहा है। शहर के मुख्य मार्ग पावर हाऊस रोड, दर्री रोड, टीपी नगर मार्ग, घंटाघर मार्ग, निहारिका, आईटीआई सहित अन्य क्षेत्रों की सड़कें पानी से लबालब रही। सड़कों में पानी भरे रहने से लोगों को आवागमन में खासी परेशानियां उठानी पड़ रही है।