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सेल्स टैक्स विभाग ने  476 व्यापारियों  किया पंजीयन निरस्त 

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कोरबा@M4S:कोरबा में सेल्स टैक्स विभाग बड़ी कार्यवाही करते हुए  एक साथ 476 व्यापारियों का पंजीयन निरस्त कर दिया है। साथ ही 676 व्यापारियों को इसी मामले में अंतिम नोटिस जारी किया है। जल्द रिटर्न जमा नहीं करने पर इनका भी पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।किसी भी व्यापारिक प्रतिष्ठान को संस्थान संचालित करने के लिए सेल्स टैक्स विभाग से पंजीयन कराना अनिवार्य होता है। पंजीयन कराने पर विभाग से टिन नंबर दिया जाता है। टिन नंबर लेने पर शुरुआती छह माह फिर साल भर की अवधि के दौरान रिटर्न देना होता है।रिटर्न नहीं देने पर विभाग द्वारा रिमाइंडर भेजा जाता है फिर भी रिटर्न नहीं देने पर संबंधित व्यापारी का पंजीयन नंबर निरस्त कर दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में चतुर्थ क्वार्टर का रिटर्न नहीं दिया गया था। ऐसे व्यापारियों की संख्या 180 है। इन सभी को कई बार जानकारी भेजी गई उसके बाद भी रिटर्न जमा नहीं किया गया। इसके बाद इन सभी व्यापारियों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है।सेल्स टैक्स विभाग के  सहायक आयुक्त  सीआर महिलांगे ने बताया की   इसी तरह पिछले दो साल निरंक रिटर्न प्रस्तुत करने वाले 296 व्यापारियों के खिलाफ पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही की गई। जबकि 676 व्यापारियों को रिटर्न नहीं देने पर विभाग ने प्रारूप 38 जारी किया है। इसके मुताबिक अंतिम बार संबंधित को नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद बिना सूचना के पंजीयन नंबर निरस्त कर दिया जाएगा।

 हनुमान सिक्का के चक्कर में चोर पहुंचे हवालात 

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कोरबा@M4S:रातों रात करोड़पति बनने का ख्वाब पूरा करने हनुमान सिक्का तो नहीं मिला, लेकिन इसकी चोरी के लिए घर में घुसे युवक हवालात जरूर पहुंच गए। ग्रामीणों ने घर में घुसे 9 युवक को पकड़कर पहले जमकर खातिरदारी की, फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपियों से 3 बाइक जब्त कर लिया है। इसके साथ ही आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। घटना कटघोरा थानां क्षेत्र के  ग्राम भांवर में रविवार की देर रात घटित हुई। यहां कुमार सिंह  परिवार समेत निवास करता है। रात करीब 10 बजे परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने कमरें में सोने चले गए। इसी बीच रात लगभग 11 बजे एक कमरें से सामान गिरने की आवाज सुनकर कुमार सिंह व अन्य सदस्यों की नींद खुल गई। उन्हें कमरें में किसी के घुसे होने का अहसास हुआ। किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए कुमार सिंह घर से बाहर निकल आया और उसने समीप ही आयोजित रामायण कार्यक्रम में बैठे ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते ग्रामीणों ने कुमार सिंह के घर को चारों से घेर लिया। कुछ ग्रामीणों की उपस्थिति में बंद कमरें के दरवाजे में लगा ताला खोला गया, तो भीतर 3 युवक मिले। ग्रामीणों ने इन्हें पकड़कर पूछताछ करने के बाद उनके साथियों को भी दबोच लिया। इसके साथ ही सभी 9 युवक की जमकर खातिरदारी करने के बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कटघोरा पुलिस की टीम मौके पर जा पहुंची। पुलिस ने आरोपियों को कब्जे में लेते हुए मामले में धारा 457, 380 के तहत कार्रवाई की है।

निर्यात और विनिर्माण की स्थिति कैसे सुधरे

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नई दिल्ली(एजेंसी):मौजूदा आर्थिक परिदृश्य में यह संभावना उभर रही है कि इस वर्ष निर्यात और विनिर्माण के क्षेत्र को बजट आबंटन में प्राथमिकता दी जाएगी। पिछले 14 महीनों से देश के निर्यात में लगातार गिरावट आ रही है। वर्ष 2015 में निर्यात बढ़ाने के प्रयास कारगर सिद्ध नहीं हुए हैं। पिछले वर्ष 2015 में निर्यात में वर्ष 2014 की तुलना में 20 फीसदी कमी आई है और मंद होती वैश्विक अर्थव्यवस्था में निर्यात में सुधार कर पाना मुश्किल है। वाहन निर्माण, इंजीनियरिंग वस्तु, परिष्कृत हीरे और चमड़े की वस्तुएं आदि उद्योगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर रोजगार पर भी दिखाई दे रहा है। नए बजट में निर्यात प्रोत्साहनों के साथ विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) को केंद्र सरकार टैक्स छूट समेत अन्य रियायतें मुहैया करा सकती है। वस्तुत: केंद्र सरकार विश्व में व्यापारिक दखल बढ़ाने के लिए देश में निर्यात और निर्माण को बढ़ावा देने का खाका तैयार कर चुकी है। जिसके लिए बजट में न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) और लाभांश वितरण कर (डीडीटी) में भारी रियायत दिए जाने की संभावना है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप’ जैसे कार्यक्रमों के लिए नए एसईजेड सबसे अहम हैं। ऐसे में मैट और डीडीटी जैसे करों में सरकार पांच से दस प्रतिशत की कटौती कर सकती है।

गौरतलब है कि एक अप्रैल, 2015 को केंद्र सरकार ने वर्ष 2015-20 के लिए बहुप्रतीक्षित विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की घोषणा की। इस नीति के तहत 2020 तक वैश्विक निर्यात में भारत का हिस्सा दो फीसदी से बढ़ाकर 3.5 फीसदी पर पहुंचाने तथा वर्ष 2019-20 में देश का निर्यात करीब 900 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। निर्यात में हर साल 14 फीसदी बढ़त हासिल करने की कोशिश की जाएगी। निर्यात परिदृश्य को देखें, तो चुनौतियां बड़ी हैं। मसलन 2014-15 में निर्यात लक्ष्य 340 अरब डॉलर के मुकाबले वास्तविक निर्यात 300 अरब डॉलर का ही रहा। यह निर्यात वित्तीय वर्ष 2015-16 में 300 अरब डॉलर से भी कम दिखाई दे रहा है।

नए बजट के माध्यम से विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) के निराशाजनक प्रस्तुतीकरण को बदलने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। देश में कुल 416 मंजूरी प्राप्त सेज हैं, जिनमें महज 202 सेजों में ही औद्योगिक इकाइयां काम कर रही हैं। शेष 214 सेजों में से 113 की तो अभी अधिसूचना भी जारी नहीं की गई है। यदि हम इसका अध्ययन करें, तो पाते हैं कि बड़ी संख्या में सेज की अधिसूचना रद्द किए जाने तथा अधिसूचित सेजों के खाली पड़े रहने का कारण इसके तहत दिए जाने वाले कर लाभ एवं छूट को लेकर नीतियों की अस्थिरता, प्रमुख कारण है। ऐसे में नए बजट के माध्यम से सेजों को प्रोत्साहन दिया जाना जरूरी है।

देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 15 फीसदी है, जबकि चीन में यह 30 फीसदी है। देश में विनिर्माण क्षेत्र की सालाना वृद्धि दर, जो वर्ष 2000 से 2010 के बीच करीब 10 फीसदी थी, अब निराशाजनक हो गई है। विनिर्माण में एफडीआई को सुगम बनाने के लिए नियामकीय व्यवस्था सुनिश्चित की जानी होगी, जिसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर एकल खिड़की और समय सीमा पर विशेष ध्यान हो। यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि ‘मेक इन इंडिया’ का नारा सुनकर दुनियाभर की कंपनियां विनिर्माण के गढ़ के तौर पर भारत को प्राथमिकता नहीं देने जा रही हैं, इसके लिए विशेष प्रोत्साहन जरूरी होंगे।

उम्मीद है कि बढ़ती हुई वैश्विक मंदी की आहट के बीच विनिर्माण परिदृश्य को सुधारने और निर्यात बढ़ाने के मद्देनजर बजट में रणनीतिक प्रभावी कदमों की पहल दिखाई देगी।

मुठभेड़ में पांच महिला नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों को मार गिराया।

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सुकमा@M4S:छत्तीगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस ने आज तड़के मुठभेड़ में पांच महिला नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों को मार गिराया। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत सकलेर गांव के जंगल में तेलंगाना के ग्रेहाउंड पुलिस बल ने कार्रवाई कर आठ नक्सलियों को मार गिराया। इनमें पांच महिला नक्सली शामिल है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य तेलंगाना के पास इस थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों की जानकारी पुलिस को मिली थी। जानकारी के बाद ग्रेहाउंड पुलिस बल को किस्टाराम थाना क्षेत्र में गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब सकलेर गांव के जंगल में पहुंचा तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। बाद में पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।

उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए। बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तो वहां से आठ नक्सलियों के शव और एक एके 47 राइफल, एक एसएलआर राइफल, तीन इंसास राइफल और एक 303 राइफल बरामद हुईं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ में उत्तरी तेलंगाना के नक्सली मारे गए हैं तथा इस घटना में उत्तरी तेलंगाना जोनल कमेटी के सदस्य हरिभूषण के भी मारे जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पुलिस दल और मारे गए नक्सलियों के शवों को हेलीकॉप्टर से बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है।इसमें हरिभूमिषण घायल होकर भाग निकला है

खेती का ख्याल…

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नई दिल्ली(एजेंसी):वित्त मंत्री अरुण जेटली का यह तीसरा बजट है और यह पिछले दोनों बजट से अलग है। पिछले दोनों बजट से यह शिकायत सभी को रही कि वे अत्यंत सुरक्षित अंदाज में बनाए गए थे, जिनमें कोई बड़ा विचार या दिशा नहीं दिखी थी। इस बजट से यह शिकायत नहीं होती।

इसकी प्राथमिकताएं बहुत साफ हैं। इसमें सबसे ज्यादा तरजीह ग्रामीण और कृषि क्षेत्र को दी गई है। इसके बाद बुनियादी ढांचे को महत्व दिया गया है, साथ ही वित्तीय प्रशासन और प्रबंधन के उपाय हैं। ग्रामीण और कृषि क्षेत्र को तरजीह देना जरूरी भी था, बल्कि यह काम काफी देर से किया गया है। पिछले दो साल से खराब मानसून की वजह से लगभग आधे देश में सूखे जैसी स्थिति है। खेती की विकास दर ठहर-सी गई है। अब भी खेती पर लगभग 60 प्रतिशत जनता पूरी तरह या आंशिक रूप से निर्भर है। ग्रामीण क्षेत्रों की ऐसी बदहाली का असर पूरे देश पर पड़ा है। बाकी वक्त से भारत के उद्योगों को सबसे बड़ा सहारा ग्रामीण उपभोग में लगातार बढ़ोतरी का था। खेती की बदहाली से गांवों में मांग घटी है, जिसका सीधा असर कई उद्योगों पर पड़ा है।

इस साल मानसून के बेहतर रहने की काफी संभावना है। ऐसा हुआ, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था काफी तेजी से विकास कर सकती है। आंकड़े यह बताते हैं कि गरीबी को कम करने और लोगों को गरीबी की रेखा से ऊपर उठाने में सबसे ज्यादा प्रभावशाली खेती की विकास दर का बढ़ना है। अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में सन 2022 तक खेती पर निर्भर परिवारों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य सचमुच हासिल किया जा सका, तो शायद ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी नाममात्र को ही रह जाएगी। लेकिन इस लक्ष्य को पाने के लिए खेती में सुधार जारी रखने होंगे। मनरेगा को इस बजट में महत्व मिला है, यह उल्लेखनीय है।

राजग सरकार के बड़े नेता मनरेगा के मुखर आलोचक रहे हैं और इसे संप्रग का पैसा बरबाद करने वाला कार्यक्रम बताते रहे हैं, लेकिन इस बार वित्त मंत्री ने व्यावहारिक समझदारी दिखाते हुए इस कार्यक्रम के महत्व को समझा है। ग्रामीणों को आर्थिक सहारा देने में इस कार्यक्रम की बड़ी भूमिका है। इसमें सुधार की बहुत जरूरत है, इसमें शक नहीं और यह उम्मीद की जानी चाहिए कि सुधार भी जरूर किए जाएंगे। खेती के लिए कर्ज का प्रावधान बढ़ाना अच्छा कदम है। साथ ही, एकीकृत राष्ट्रीय कृषि बाजार बनाने की पहल भी कृषि उत्पादों के थोक और खुदरा बाजार में मौजूद विकृतियों को दूर कर पाएगी। लेकिन यह क्षेत्र राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए इसे प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए काफी राजनीतिक समझदारी और लचीलेपन की जरूरत होगी। इसके अलावा भी कई सारी योजनाओं पर अमल राजनीतिक समन्वय और सहयोग पर निर्भर होगा, और आज के राजनीतिक माहौल में इसका काफी अभाव दिखता है।

बजट घाटे को 3.5 प्रतिशत पर सीमित रखने की बात पर टिके रहना अच्छा कहा जाएगा, क्योंकि इससे सरकार की विश्वसनीयता बढ़ती है। हालांकि कई लोग मान रहे थे कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कुछ ज्यादा खर्च करने में कोई हर्ज नहीं है। इस संदर्भ में एक सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि वित्त मंत्री ने काफी सारे खचार्ें की घोषणा तो कर दी है, लेकिन क्या इतना पैसा वह जुटा पाएंगे? अर्थव्यवस्था की जो स्थिति है, उसमें आय बढ़ाना बहुत मुश्किल है। जीडीपी के मुकाबले टैक्स का अनुपात बढ़ाने की कुछ ज्यादा कोशिशें जरूरी हैं। जो उम्मीदें अगले वित्त वर्ष के लिए इस बजट ने बंधाई हैं, उनमें से सभी नहीं, तो ज्यादातर भी पूरी हो जाएं, तो इसे बहुत कामयाब बजट कहा जाएगा।

सेना भर्तीः उम्मीदवारों को अंडरवियर में देनी पड़ी परीक्षा, पर्रिकर ने मांगा जवाब

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नई दिल्ली(एजेंसी):रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बिहार के मुजफ्फरपुर में सेना में क्लर्क की भर्ती के लिए उम्मीदवारों से अंडरवियर में लिखित परीक्षा कराने पर सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह से जवाब मांगा है।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, मुजफ्फरपुर में उम्मीदवारों को अंडरवियर में परीक्षा देने के लिए बाध्य करने का मामला मीडिया में आने के बाद पर्रिकर ने सेना प्रमुख से इस मामले में जवाब देने को कहा है।

मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार, सेना ने क्लर्क की भर्ती के लिए मुजफ्फरपुर में गत रविवार को लिखित परीक्षा का आयोजन किया था लेकिन परीक्षा देने गए उम्मीदवारों को उस समय झटका लगा जब सेना ने उन्हें केवल अंडरवियर पहनकर परीक्षा देने को कहा।

यहां तक कि उम्मीदवारों को बनियान भी नहीं पहनने दी गई। नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने मैदान में बैठकर केवल अंडरवियर में ही परीक्षा दी।

इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पटना हाईकोर्ट ने भी रक्षा सचिव को जवाब देने को कहा है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में विभिन्न परीक्षाओं में नकल को लेकर समय-समय पर मीडिया में खबरें आती रही हैं। सूत्रों के अनुसार सेना ने यह देखते हुए ही यह लिखित परीक्षा केवल अंडरवियर में कराने का निर्णय लिया था, जिससे कि उम्मीदवार नकल नहीं कर सकें।

चीन में प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों पर 1.2 करोड़ डॉलर का जुर्माना

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बीजिंग(एजेंसी):चीन के झेजियांग प्रांत की एक कोर्ट ने प्रदूषण फैलाने के लिए तीन कंपनियों पर जुर्माना लगाने के फैसले को बरकरार रखा है।

कोर्ट ने नदियों में 26,000 टन अपशिष्ट पदार्थ विसर्जित करने के लिए झेजियांग की तीन कंपनियों पर 7.8 करोड़ युआन (1.2 करोड़ डॉलर) का जुर्माना लगाने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है।

हांगझू इंटरमीडिएट अदालत ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि उसने जिएंडे शहर के दूसरे रासायनिक संयंत्र, होंगान कार्गो कंपनी और रोंगशेंग केमिकल कंपनी पर जुर्माना लगाने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है।

कोका कोला ने भारत में तीन प्लांटों को किया बंद

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नई दिल्ली(एजेंसी):कोका कोला इंडिया की बॉटलिंग (बोतलबंद करने वाली) इकाई हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज ने दीर्घकालिक आर्थिक व्यवहार्यता के अभाव का हवाला देते हुए भारत में तीन स्थानों पर विनिर्माण स्थगित कर दिया है जिससे करीब 300 कर्मचारी प्रभावित होंगे। कंपनी ने जयपुर (राजस्थान) के पास कालाडेरा, विशाखापटटनम (आंध्र प्रदेश) और ब्रिनिहाट (मेघालय) में विनिर्माण स्थगित किया है।

सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया, संयंत्र बंद करने का फैसला कारोबारी निर्णय है जो दीर्घकालिक आर्थिक व्यवहार्यता और संयंत्र विशेष में विनिर्मित उत्पादों की बाजार मंाग को ध्यान में रखकर लिया गया है। सूत्रों ने कहा, कालाडेरा समेत इन स्थानों पर विनिर्माण स्थगित करने का फैसला लिया गया है। इन स्थानों पर विनिर्माण छोड़कर अन्य परिचालन जारी रहेंगे।

हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेज (एचसीसीबीपीएल) के प्रवक्ता ने कहा, किसी अन्य विनिर्माण संगठन की तरह हम पुनर्गठन की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं जहां आधुनिकतम सुविधाएं विकसित की जा रही हैं और मौजूदा उत्पादन सुविधाओं का अधिकतम इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ये फैसले संयंत्र की क्षमता उपयोग को ध्यान में रखकर लिए जा रहे हैं जो बाजार मांग और अनुमान पर आधारित हैं।

प्रवक्ता ने कहा, जहां तक राजस्थान के कालाडेरा संयंत्र का सवाल है, हम फिलहाल विनिर्माण स्थगित कर रहे हैं जबकि अन्य परिचालन जारी रहेंगे। हम इस संयंत्र में उत्पादन के लिए लाइसेंस बनाए रखेंगे जो इस बात का सबूत है कि यदि मांग और आकार में बदलाव होता है तो हम कालाडेरा संयंत्र में इस गुप्त क्षमता का उपयोग कर सकते हैं।

इंटरव्यू में असफलता आगे क्या!

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नई दिल्ली(एजेंसी):नौकरी के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया के बाद वह समय काफी हताश करता है, जब  पता चलता है कि चयन नहीं हुआ। अधिकतर लोग इसकेकारणों पर विचार किये बगैर आधे-अधूरे मन से दोबारा आवेदन की प्रक्रिया में जुट जाते हैं। किसी भी इंटरव्यू में असफलता के बाद आपकी तैयारी कैसी होनी चाहिए, बता रहे हैं करियर एक्सपर्ट अरबिंद मिश्र

आपने हाल में ही एक ऐसे पद के लिए  इंटरव्यू दिया था, जिसे आप सचमुच पाना चाहते थे। आप जानते हैं कि आपने इंटरव्यू के दौरान बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। जब आपको पता चलता है कि वह जॉब किसी और को मिल गई तो आप बहुत हतोत्साहित हो जाते हैं। परन्तु एक खराब इंटरव्यू का अर्थ यह नहीं होता कि आप बिल्कुल ही असफल हो गए और आपके लिए नौकरी के सभी दरवाजे बंद हो गए हैं। यहां आत्ममंथन करते हुए अपनी सोच और कार्य प्रणाली में सुधार लाया जाना बेहद जरूरी है।

बनाएं रखें आत्मविश्वास
आपको कितनी ही बार इंटरव्यू में असफलता क्यों न मिली हो, कोशिश करनी होगी कि इसका असर आपके आत्मविश्वास पर नहीं पड़े, अन्यथा आपको खुद ही अपनी काबिलियत पर शक होने लगेगा। अगर नौकरी की तलाश में निकले हैं और इंटरव्यू दे रहे हैं तो इस सत्य को हमेशा ध्यान में रख कर चलें कि कभी भी असफलता का सामना करना पड़ सकता है। आपका इंटरव्यू चाहे जितना अच्छा रहा हो, लेकिन यह आशंका हमेशा रहती है कि कोई और प्रत्याशी आपसे बाजी मार ले जाये, आवश्यक नहीं है कि वह आपसे बेहतर हो। इंटरव्यू भी एक वनडे क्रिकेट मैच की तरह होता है। आपका प्रदर्शन काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका वह दिन कैसा रहा।

असफलता के कारण
कई बार तो आपके इंटरव्यू में असफल होने के ऐसे कारण भी होते हैं, जिनसे आपका या आपके व्यक्तित्व का कोई संबंध ही नहीं होता। जैसे आप जिस पद के लिए इंटरव्यू देने गए हैं, उसके लिए पहले से ही किसी उम्मीदवार को तय कर लिया गया हो या नियोक्ता को ऐसा महसूस हो जाये कि आप इस नौकरी को एक सीढ़ी की तरह उपयोग करने वाले हैं या आप इस पद में ज्यादा दिनों तक काम नहीं करेंगे। बहरहाल, कारण कोई भी हो इससे पहले कि इंटरव्यू की कोई असफलता आपके आत्मविश्वास को बुरी तरह से हिला कर रख दे, जरूरी है कि भविष्य के लिए आप कुछ ऐसी तैयारी कर लें, जो आगे आपके सफल होने की संभावना बढ़ा दे।

अपनी कमियों को सुधारें
आप एक बार मन ही मन पूरे इंटरव्यू के दौरान की सारी छोटी-बड़ी घटनाओं का स्मरण करने की कोशिश करें और अंदाजा लगाएं कि क्या कुछ गलती हुई या क्या-क्या समस्याएं आईं, जिनका हल नहीं निकल पाया। एक-एक करके सारे प्रश्नों के उत्तर देने के तरीके और इंटरव्यूअर के साथ आपकी बातचीत की समीक्षा करें। अपनी कमियों की पहचान करने के बाद सोचें कि अगले इंटरव्यू में आप इन्हें कैसे सुधार पाएंगे या बातों को बेहतर ढंग से कैसे प्रस्तुत कर पाएंगे। अगर आपका उत्तर बहुत संक्षिप्त था तो आप उसे कैसे कुछ उपयोगी जानकारियों के साथ थोड़ा विस्तार के साथ समझा सकेंगे। अगर आप उत्तर देते वक्त ज्यादा लापरवाह थे तो आपको ज्यादा प्रोफेशनल ढंग से और ज्यादा संजीदगी से उत्तर देने का अभ्यास करना चाहिये।

फीडबैक करेगा मदद
अगर संभव हो तो इंटरव्यू के बाद किसी और दिन इंटरव्यूअर से मुलाकात करने की कोशिश करें। उनसे सलाह लें कि आप कैसे स्वयं के प्रदर्शन को भविष्य के साक्षात्कारों के लिए पहले से बेहतर कर सकते हैं। हालांकि यह थोड़ा मुश्किल काम है, फिर भी आप पहले इंटरव्यूअर को विश्वास दिलाइए कि उनका फीडबैक आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप इसके लिए ईमेल के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं। इंटरव्यूअर की सलाहें आपके अंदर की ऐसी कमियों की पहचान करने में काफी सहायक होंगी, जो आपको ज्ञात नहीं हैं। आप उनकीसलाह को उदाहरण के साथ पूछ कर समझने की कोशिश करें और प्राप्त जानकारी को अगले इंटरव्यू के लिए अपने दृष्टिकोण में शामिल करने की कोशिश  करें। सलाह लेते वक्त ध्यान रखें कि इंटरव्यूअर को ऐसा बिल्कुल न लगे कि आप अपनी असफलता का दोष उस के ऊपर मढ़ रहे हैं। मान लीजिए वह आपकी कोई ऐसी कमी बता रहा हो जो आपके अंदर हो ही नहीं तो आप सफाई देने के बजाय चुपचाप सुन लें, उसे ये एहसास होना चाहिए कि आप उससे कुछ सीखने आए हैं। योग्यता के साथ-साथ      व्यक्ति का रवैया या उसकी प्रवृत्ति भी बहुत महत्वपूर्ण होती है, इसलिए स्वयं की कमी जानने और उसे सुधार करने की आपकी इच्छा कभी-कभी नियोक्ता को आपको नौकरी देने के लिए भी प्रेरित कर सकती है।

वर्कशॉप में भाग लें
कई कोचिंग संस्थान और कॉलेज जॉब ट्रेनिंग के लिए वर्कशॉप का आयोजन कर के बताते हैं कि इंटरव्यू में कैसे सफलता पाई जाए। अपने क्षेत्र में ऐसे संस्थानों का पता लगा कर उनकी वर्कशॉप में भाग लेना चाहिए। किसी अपने से ज्यादा अनुभवी दोस्त या मेंटर के साथ इंटरव्यू के लिए प्रैक्टिस करें इससे आपको अपने जवाबों को मजबूत बनाने, स्वयं को अधिक पेशेवर दिखाने, ज्यादा प्रभावशाली उम्मीदवार के रूप में स्वयं को पेश करने सहायता मिलेगी। आप किसी एचआर प्रोफेशनल की भी सलाह ले सकते हैं।

भविष्य की तैयारी
भविष्य में होने वाले साक्षात्कारों की प्रभावी रूप से तैयारी करें। शायद आपका पहला इंटरव्यू इसलिए अच्छा नहीं हुआ हो कि आपने जिस कंपनी के लिए इंटरव्यू दिया था, उसके बारे में आपने कोई रिसर्च नहीं की थी या उससे संबंधित कोई उत्तर उचित तरीके से नहीं दे पाए थे। यह भी हो सकता है कि इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले कुछ स्टैंडर्ड प्रश्नों के उत्तर के बारे में आपने तैयारी नहीं की होगी। प्रश्नों के उत्तर देते वक्त आपके उत्तर से भी कुछ प्रश्न निकल सकते हैं। आप को उस के लिए भी तैयार रहना होगा। इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले कुछ स्टैंडर्ड प्रश्न होते ही हैं। इनकी तैयारी आपको पहले से कर लेनी चहिये। कुछ ऐसे ही प्रश्न :

‘    अपने बारे में हमें बताएं?
‘    आपकी कमजोरी/ताकत क्या है ?
‘    आप अपनी मौजूदा नौकरी क्यों छोड़ना चाहते हैं?
‘    अपनी मौजूदा नौकरी के बारे में बताएं, आपका काम क्या है?
‘    आप ये कंपनी क्यों ज्वॉइन करना चाहते हैं?
‘    हम आपका चयन क्यों करें?
‘    अब तक की आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही है?
‘    क्या आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं?

      असफलता से सीख
‘    नियोक्ता जैसा उम्मीदवार ढूंढ रहा होता है, हम वैसा बनने की कोशिश करते हैं। लेकिन हमारी बनावट वे पहचान जाते हैं। हमें स्वयं को हमेशा जैसे हैं उसी रूप में पेश करना चाहिए।
‘    आत्मविश्वास सारे एम्प्लॉयर्स को आकर्षित करता है। कोई भी कंपनी आप पर तभी विश्वास कर सकती है, जब आप स्वयं पर विश्वास करें।
‘    इंटरव्यूअर से प्रश्न पूछने में न हिचकें। इससे आप की कंपनी में कितनी रुचि है यह तो पता चलता ही है, साथ ही आपको इंटरव्यू को मनचाही दिशा में ले जाने का मौका मिलता है।
‘    कभी-कभी असफलता आपकी भलाई के लिए भी होती है। कुछ बेहतर मौके आपके इंतजार में
होते हैं।

शाहरुख की ‘फैन’ का NEW POSTER जारी, देखें तस्वीर

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नई दिल्ली(एजेंसी):बॉलीवुड किंग शाहरुख खान की आने वाली फिल्म ‘फैन’ का नया पोस्टर जारी किया गया है। यह पोस्टर फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरम आदर्श ने ट्विटर पर शेयर किया है।फोटो के साथ ही बताया गया है कि 29 फरवरी शाम को ही फिल्म का ट्रेलर जारी किया जाएगा।

 शाहरुख की ‘फैन’ का ‘फैन एंथम’ 6 भाषाओं में हुआ रिलीज

फिल्म ‘फैन’ में शाहरुख खान मेन रोल में हैं। फैन के रोल में शाहरुख बहुत कम उम्र के नजर आ रहे हैं। इसमें किंग खान को ‘आर्यन खन्ना’ नाम दिया गया है जिसका फैन ‘गौरव’ है।

यश राज फिल्मस के बैनर तले बन रही ‘फैन’ के डायरेक्टर मनीश शर्मा और प्रोड्यूसर अदित्य चोपड़ा हैं

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